आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को एक और झटका, सितंबर में GST कलेक्शन और लुढ़का

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8 बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अगस्त में घटा, 0.5 % की बड़ी गिरावट 

सितंबर में कुल 91,916 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन, अगस्त में 98,203 करोड़ रुपये हुआ था जीएसटी कलेक्शन


नई दिल्ली / रायपुर (khabargali)  बिगड़ी अर्थव्यवस्था के बीच मोदी सरकार के लिए एक बुरी खबर है... गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन के मोर्चे पर मोदी सरकार को सितंबर महीने में भी झटका लगा है. एक बार फिर सितंबर महीने में जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से नीचे रहा है.

 दूसरे महीने लगातार जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से कम 

गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन के मोर्चे एक बार फिर सितंबर महीने में जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से नीचे रहा है. राजस्व विभाग  की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में कुल 91,916 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है. राजस्व विभाग के मुताबिक इससे पहले अगस्त महीने में जीएसटी कलेक्शन 98,203 करोड़ रुपये था. यानी अगस्त के मुकाबले में सितंबर में कुल 6287 करोड़ रुपये जीएसटी कम आया है.

सितंबर में जीएसटी कलेक्शन घटा

आंकड़ों के मुताबिक कुल जीएसटी कलेक्शन 91,916 करोड़ रुपये में केंद्र और राज्य दोनों का हिस्सा है. इसमें से 16,630 करोड़ से अधिक की राशि केंद्र सरकार की है, जबकि 22,598 करोड़ राशि राज्यों को मिली है, जबकि 45,069 करोड़ रुपये आईजीएसटी से मिले हैं.

अगस्त के आंकड़े कहते हैं

गौरतलब है कि अगस्त में कुल 98,203 करोड़ रुपये जीएसटी कलेक्शन हुआ था, जिसमें से 17,733 करोड़ रुपये केंद्र की राशि थी. जबकि 24,239 करोड़ राशि राज्यों को मिली थी, जबकि 48,958 करोड़ रुपये आईजीएसटी से मिले थे. वहीं जुलाई-2019 में यह राशि 1,02,083 करोड़ रुपये रही थी. जून में यह राशि 99,939 करोड़ रुपये रही थी. इस तरह से जून और जुलाई की तुलना में अगस्त में गिरावट दर्ज की गई है. 

आठ प्रमुख उद्योगों में उत्पादन 0.5 फीसदी गिरा था

बुनियादी क्षेत्र के आठ इंडस्ट्रीज का उत्पादन इस साल अगस्त में सालाना आधार पर 0.5 फीसदी गिरा था।  चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त में बुनियादी उद्योगों की उत्पादन वृद्धि दर 2.4 फीसदी है। जबकि पिछले वित्त वर्ष अगस्त में वृद्धि दर 5.7 फीसदी थी। 8 कोर इंडस्ट्रीज का संयुक्त सूचकांक अगस्त, 2019 में 128.2 था, जो अगस्त, 2018 के सूचकांक की तुलना में 0.5 प्रतिशत कम हो गया था। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इनकी वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत थी। जबकि पिछले साल अगस्त में इन क्षेत्रों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत ऊंचा रहा था। 

ये हैं 8 प्रमुख उद्योग

कोयला, क्रूड, ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी आते हैं। इनकी भारत के कुल इंडस्ट्रियल आउटपुट (औद्योगिक उत्पादन) में करीब 40 फीसद हिस्सेदारी होती है। 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार

अगस्त 2019 में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, सीमेंट और बिजली क्षेत्र में क्रमश: 8.6 प्रतिशत, 5.4 प्रतिशत, 3.9 प्रतिशत, 4.9 प्रतिशत और 2.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है। हालांकि उवर्रक, इस्पात और रिफाइनरी उत्पाद का उत्पादन गतवर्ष अगस्त की तुलना में क्रमश: 2.9 प्रतिशत, पांच प्रतिशत और 2.6 प्रतिशत बढ़ा है।


 

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