टनल से अब प्रतिदिन सैकड़ों वाहन की आवाजाही शुरू..लेकिन गैर जिम्मेदार भारतीय नागरिक ही उसे नुकसान पहुंचाने में लगे हैं..पढ़ें पूरी खबर
नई दिल्ली (khabargali) पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने रोहतांग दर्रे के नीचे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग का निर्माण कराने का निर्णय किया था और सुरंग के दक्षिणी पोर्टल पर संपर्क मार्ग की आधारशिला 26 मई 2002 को रखी गई थी। जिसे अटल सुरंग का नाम दिया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस सुरंग का उद्घाटन किया था। रोहतांग में नवनिर्मित अटल सुरंग चालू होने से चिढ़े चीनी सरकारी मीडिया ने धमकी दी है कि युद्ध की नौबत आई तो चीनी सेना इस सुरंग को बर्बाद कर देगी। गौरतलब है कि भारत चीन सीमा पर सड़कें और पुल बना रहा है। दौलत बेग ओल्डी को जाने वाली 255 किमी लंबी रोड पूरी हो गई है। भारत 73 महत्त्वपूर्ण सड़कें बना रहा है, जो ठंड में भी जारी रहेंगी।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक विशेषज्ञ के हवाले से आरोप लगाया कि इस सुरंग का मकसद सैनिक उद्देश्यों की पूर्ति है। हालांकि इससे भारतीय सैनिकों की आपूर्ति में बड़ी मदद मिलेगी। चीनी विशेषज्ञ ने लिखा है, अटल सुरंग का युद्ध के समय कोई फायदा नहीं होगा। चीन की सेना के पास ऐसे साधन हैं, जिससे इस सुरंग को बेकार बनाया जा सकेगा। भारत को संयम बरतना चाहिए और उकसावे से बचना चाहिए। कोई भी ऐसा रास्ता नहीं बचेगा, जो भारत की रणनीतिक क्षमता को बढ़ाए।
टनल से सूबे के पर्यटन को भी गति मिलेगी
टनल शुरू होने से अब लाहौल के लोग सर्दियों में बर्फबारी के चलते छह माह तक शेष दुनिया से नहीं कटेंगे। सेना इस मार्ग से चीन से सटी सीमा लद्दाख और पाकिस्तान से सटे कारगिल तक आसानी से पहुंच जाएगी। टनल से मनाली और लेह के बीच दूरी 46 किमी कम हो गई है। मात्र डेढ़ घंटे में मनाली से केलांग पहुंच जाएंगे। टनल से सूबे के पर्यटन को भी गति मिलेगी।
जानें अटल टनल को
हिमाचल प्रदेश में मनाली-लेह मार्ग पर सामरिक महत्व की 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल रोहतांग पीरपंजाल की पहाड़ी को भेद कर 3300 करोड़ रुपए की लागत से बनी यह टनल दुनिया की सबसे ऊंचाई (10040 फीट) पर हाईवे पर बनी है।
टनल को नुकसान पहुंचा रहे यात्री
टनल से अब प्रतिदिन सैकड़ों वाहन आवाजाही कर रहे हैं। लेकिन गैर जिम्मेदार नागरिक उसे नुकसान पहुंचाने में लगे हैं। खबर आई कि अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण के तीसरे दिन सोमवार को पहला हादसा हुआ। टनल के भीतर एक चालक की लापरवाही से तीन गाड़ियां आपस में टकरा गईं। बताया जा रहा है कि स्पीड ज्यादा होने और मनाही के बावजूद टनल में ओवरटेक किया जा रहा था। बता दें कि टनल में 40 से 80 तक वाहनों की रफ्तार निर्धारित की है। ओवरटेक करने से मना किया गया है। इस सुरंग में चालकों ने ओवरअेक करने के चक्कर में लेन डिवाइडर क्षतिग्रस्त कर दिए दिए। अटल टनल के भीतर लोगों का हुड़दंग की भी खबर आ रही है। सुरंग में जमकर हुड़दंग मचाया तो कोई प्रतिबंधित क्षेत्र व आपातकालीन टनल में घुस गया। कुछ लोग सुरंग के भीतर लगे उपकरणों से साथ छेड़छाड़ करते भी देखे गए। लोगों व चालकों की यह सभी हरकत सुरंग के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकार्ड हुई है। नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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