इधर.. रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा कि यूक्रेन के हवाई स्पेस पर हमारा कब्जा ..और यूक्रेनी विदेशी मंत्री ने पुतिन को 31 वीं सदी का हिटलर कहा
कीव (khabargali) यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज पांचवां दिन है. कीव से धमाकों और गोलीबारी की कई घटनाएं सामने आई हैं. अमेरिका-ब्रिटेन सहित कई देश यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए हैं. ये देश रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को हथियार दे रहे हैं. लेकिन दुनिया के ऊपर परमाणु युद्ध का खतरा भी मंडरा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यूक्लियर फोर्स को अलर्ट कर दिया है और इसके जवाब में परमाणु निगरानी एजेंसी ने एक अहम बैठक करने का फैसला लिया है.
यूक्रेन में फिलहाल भीषण तबाही का आलम है. इस वार में कई लोगों की जानें जा चुकी है तो कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं.रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं. यूक्रेन ने रूस को पिछले चार दिनों से कीव के बाहर रोक कर रखा है. इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं. वहीं जी 7 नेताओं ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की. उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देश यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे.
यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल, रूस के साथ शुरू हुई बातचीत
यूक्रेन और बेलारूस की सीमा पर यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता शुरू हो गई है. दोनों देशों के प्रतिनिध बेलारूस की सीमा पर बातचीत के लिए जमा हुए हैं. रूस का यूक्रेन पर बड़ा आरोप पुतिन के प्रवक्ता पेस्कोव ने यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि यूक्रेनियन नेशनलिस्ट ग्रुप्स आम नागरिकों को अपनी सुरक्ष कवच के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये मंज़ूर नहीं है और अपराध है.
यूक्रेन की सैन्य मदद करेगा जर्मनी
जर्मनी ने अपनी पुरानी नीति में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए यूक्रेन की सैन्य मदद करने का फैसला किया है. जर्मनी ने दुनिया को स्तब्ध करते हुए, यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें देने का फैसला किया है. इसके साथ ही उसने युद्धग्रस्त क्षेत्र में हथियार का निर्यात नहीं करने की द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से चली आ रही अपनी विदेश नीति में ऐतिहासिक बदलाव का संकेत दिया है.
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