नाम तय! ..3 ऑब्जर्वर आएंगे कल विधायक दल की बैठक में रखेंगे नाम, सहमति की औपचारिकता के बाद होगी घोषणा
पर्यवेक्षकों में से दो आदिवासी समुदाय से और एक अनुसूचित जाति से आते हैं
रायपुर (khabargali) प्रदेश में सभी को बड़ा इंतजार है उस नाम का जो नया मुख्यमंत्री होगा। बताते चलें कि केंद्रीय संगठन ने लगभग तय कर लिया है! भाजपा पार्टी लाइन के हिसाब से तीन ऑब्जर्वर की घोषणा कर दी है। जिनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम शनिवार को रायपुर पहुंचेगें। यहां विधायक दल की बैठक होगी। फिर ऑब्जर्वर केंद्रीय संगठन के तय नामों को बैठक में रखेंगे और सहमति हासिल कर नए मुख्यमंत्री के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। छत्तीसगढ़ के लिए तीन पर्यवेक्षकों में से दो आदिवासी समुदाय से हैं जबकि गौतम अनुसूचित जाति से आते हैं।
रविवार को होगा नाम सामने
पार्टी सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ में भाजपा पहली बार ओबीसी वर्ग से मुख्यमंत्री का चयन करेगी। वहीं उप मुख्यमंत्री पद पर आदिवासी समाज के विधायक का नाम फाइनल करेगी। दरअसल प्रदेश में आदिवसी मुख्यमंत्री बनाने पर चर्चा हो रही थी लेकिन बाद में रणनीतिकारों ने राय दी कि देश में भाजपा ने आदिवासी राष्ट्रपति बनाया है। छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग की बाहुल्यता और प्रभाव को देखते हुए नए सीएम के लिए ओबीसी वर्ग से नाम फाइनल करने पर सहमति बनाई गई। हालांकि इन तमाम अटकलों पर विराम और वास्तविकता रविवार देर शाम तक सामने आ जाएगा।
नाम चयन में ये होगा मापदंड
जानकारों के अनुसार मुख्यमंत्री पद के लिए चयन का लोकसभा चुनाव में जीत के लक्ष्य को ध्यान में रखकर किया जाएगा। वहीं प्रदेश में क्षेत्रीय व सामाजिक संतुलन समेत देश में भी एक संदेश देने की कोशिश की जाएगी। छत्तीसगढ़ के लिहाज से देखें तो पार्टी की कोशिश आदिवासी और ओबीसी वर्ग को साधने की होगी। इसके अलावा संघ पृष्ठभूमि को भी महत्व दिया जाएगा।
इनमें से बन सकता है कोई सीएम
सूत्रों ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में किसी ओबीसी या आदिवासी नेता को बागडोर सौंपने पर विचार कर रही है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि रेणुका सिंह, लता उसेंडी और गोमती साय जैसे अनुसूचित जनजाति वर्ग के नेता शीर्ष पद के लिए स्वाभाविक दावेदार हैं। पार्टी कम से कम एक महिला मुख्यमंत्री को चुनना चाहेगी । गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की आवश्यकता की बात करते रहे हैं। साथ ही अन्य दावेदारों में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नौकरशाह से राजनेता बने ओपी चौधरी भी पिछड़ी जातियों से हैं।
रेणुका सिंह और बालक नाथ का भी इस्तीफा स्वीकार
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा के उन दो सांसदों के इस्तीफे स्वीकार कर लिये हैं जिन्होंने हालिया विधानसभा चुनावों में विधायक निर्वाचित होने के बाद त्यागपत्र दे दिया था। छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट से से भाजपा सांसद रेणुका सिंह सरुता और राजस्थान के अलवर से सांसद बालक नाथ ने इस्तीफा दे दिया है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश से ये रहेंगे केंद्रीय पर्यवेक्षक
पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक राजस्थान में विधायक दल के नेता के चयन के लिए राजनाथ सिंह के अलावा छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। खट्टर के साथ पार्टी के ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा भी मध्य प्रदेश की बैठक में शामिल होंगे
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