दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा बुनियादी संरचना के विकास के नये क्षितिज का निर्माण

Creation of new horizon of infrastructure development by South East Central Railway, Bilaspur-Jharsuguda fourth rail line project for the development of infrastructure, work is going on fast, Chhattisgarh, Khabargali.

आधारभूत संरचना के विकास के लिए बिलासपुर–झारसुगुड़ा चौथी रेल लाइन परियोजना तेजी से कार्य

रायपुर/बिलासपुर (khabargali) दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने विगत वर्षों में अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत बुनियादी संरचना के विकास के क्षेत्र मे नये क्षितिज का निर्माण किया है । यात्री सुविधाओं की दृष्टि से स्टेशनों में फूट ओवर ब्रिज के निर्माण, रेल लाइनों को क्रास करने वाली सड़क मार्ग के यात्रियों के लिए रोड ओवर ब्रिज/ रोड अंडर ब्रिज/ सब-वे आदि के निर्माण हो या अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत नई रेल लाईन, दोहरीकरण, तीसरी लाईन एवं चौथी लाईन के निर्माण एवं आमान परिवर्तन जैसी अनेक महत्वपूर्ण बड़ी परियोजनाओं को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पूर्ण किया गया है ।

इसी कड़ी में आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए मुंबई–हावड़ा मेन लाइन पर अवस्थित बिलासपुर एवं झारसुगुड़ा के मध्य 206 कि.मी. चौथी रेल लाइन का निर्माण लगभग 2135 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया जा रहा है । इस परियोजना के अंतर्गत अब तक ब्रजराजनगर-लजकुरा (04 कि.मी.), चांपा-सारागांव (09 कि.मी.), लजकुरा-बेलपहाड़ (05 कि.मी.), झाराडीह-खरसियां-राबर्ट्सन (14.20 कि.मी.), हिमगीर-बेलपहाड़ (13 कि.मी.), ब्रजराजनगर-झारसुगुड़ा (10.50 कि.मी.), गतौरा-जयरामनगर-लटिया (18 कि.मी.), जामगा-हिमगिर (20.50 कि.मी.) एवं सक्ती-झारडीह (10 कि.मी.) स्टेशनों के मध्य लगभग 106 किलोमीटर चौथी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है । इस परियोजनाओं के पूर्ण होने से क्षमता आवर्धन में वृद्धि होगी जिससे भविष्य में नई गाड़ियों का परिचालन किया जा सकेगा, इस रेलखंड में गतिशीलता में वृद्धि होगी, जिससे ट्रेनों की गति में वृद्धि के साथ साथ यात्री गाड़ियों का समयबद्ध परिचालन भी सुनिश्चित होगा ।

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