छत्तीसगढ़ के तीन कलाकारों का भी होगा सम्मान
रायपुर (khabargali) कार्टून वाॅच पत्रिका अपने प्रकाशन के 25 वर्ष पूर्ण कर रही है और इस अवसर पर रजत जयंती समारोह का आयोजन 7 सितम्बर 2021 को संध्या 4 बजे राजभवन में रखा गया है. इस आयोजन की मुख्य अतिथि होंगी छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके, कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे छ.ग. विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत और विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल उपस्थित रहेंगे. विशिष्ट वक्ता हरिभूमि के सम्पादक हिमांशु द्विवेदी होंगे और पच्चीस वर्ष के सफर की जानकारी कार्टूनिस्ट त्रयम्बक शर्मा देंगे.
उल्लेखनीय है कि कार्टून वाॅच पत्रिका के कार्टून उत्सव में पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शरीक हो चुके हैं और कार्टूनिस्ट बाला साहेब ठाकरे ने एकमात्र सम्मान कार्टून वाॅच द्वारा ही ग्रहण किया है. यह पत्रिका लंदन में कार्टून एक्जीबीशन कर चुकी है और पेरिस में आयोजित ग्लोबल कार्टून फोरम की बैठक में 32 देशों के कार्टूनिस्टों के साथ इसके सम्पादक कार्टूनिस्ट त्रयम्बक शर्मा को आमंत्रित किया गया था. इस पत्रिका के पच्चीसवें वर्ष में प्रवेश पर हाल ही में इंडिया टुडे ने पूरे एक पृष्ठ का लेख प्रकाशित किया है. इस पत्रिका ने देश के सभी नामचीन कार्टूनिस्टों का सम्मान किया है जिसमें आर.के.लक्ष्मण, आबिद सुरती, सुधीर तैलंग और प्राण प्रमुख हैं. अपने रजत जयंती वर्ष पर इस बार छत्तीसगढ़ के तीन कलाकारों का सम्मान किया जायेगा. कार्टूनिस्ट सागर, कार्टूनिस्ट भागवत साहू और आर्टिस्ट संघर्ष यदु को कला साधक सम्मान प्रदान किया जायेगा.
तुलसी सुगंध का विमोचन
कार्टूनिस्ट त्रयम्बक शर्मा द्वारा तुलसीदास जी के दोहों और चैपाइयों पर बनाये गये कार्टूनों का संकलन तुलसी सुगंध का विमोचन भी इस कार्यक्रम में किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि श्री शर्मा ने कार्टून को अध्यात्म और नई पीढ़ी से जोड़ने के लिये गीता के 18 अध्याय पर 18 कार्टून, गीता सार पर 16 कार्टून, कबीर के दोहों पर 24 कार्टून और तुलसी दास जी के दोहों और चैपाइयों पर 24 कार्टून तैयार कर लिये हैं. तुलसी सुगंध को पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है.
ऑन लाईन कार्टून म्यूजियम
कार्टून वाॅच पत्रिका ने पचास साल पुराने कार्टूनों को पुनः पाठकों के बीच लाने और उन्हें सहेजने के लिये आॅन लाईन कार्टून म्यूजियम का निर्माण किया है जिसमें शंकर पिल्लई, मारियो मिराण्डा, आर.के. लक्ष्मण, सुधीर तैलंग सहित अनेक पुराने कार्टूनिस्टों का कार्य देखा जा सकता है.
कार्टून का सकारात्मक उपयोग
कार्टून को वैसे नकारात्मक रूप से देखा जाता है लेकिन कार्टून वाॅच ने अपने 25 साल के सफर में कार्टूनों का सकारात्मक उपयोग जारी रखा है. समय समय पर पर्यावरण, उर्जा संरक्षण, नशा मुक्ति जैसे विषयों पर अखिल भारतीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इन प्रतियोगिताओं में नये पुराने दोनों कार्टूनिस्ट हिस्सा लेते हैं और अपनी रचनात्मकता दर्शाते हैं.
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