पिछले 120 साल में आया सबसे भीषण भूकंप
मराकेश (khabargali) मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,000 से अधिक हो गई है और कम से कम 2,059 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 1,404 की हालत गंभीर है। मृतक संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्ता सबसे अधिक प्रभावित दूर-दराज के क्षेत्रों में पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भूकंप के बाद मोरक्को सरकार ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। मोरक्को में शुक्रवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जो देश में पिछले 120 साल में आया सबसे भीषण भूकंप है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई देशों के नेताओं ने मोरक्को को मदद की पेशकश की है।
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र गांव मलबे के ढेर में हुआ तब्दील
इस भूकंप में मोरक्को में एटलस पर्वत पर स्थित मनोरम दृश्यों और मराकेश शहर से निकटता के कारण पर्यटकों का पसंदीदा गांव मौले ब्राहिम पूरी तरह तबाह हो चुका है। वहां सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी, कई मकान जमींदोज हो गए और दीवारें मलबे में तब्दील हो गयीं हैं। 3,000 से भी कम लोगों की आबादी वाले इस गांव में अब बचावकर्मी खंडहर हो चुकी इमारतों के मलबे में सांस ले रहे लोगों को बचाने की कोशिश में जुटे हैं। गांव के दृश्य बेहद खौफनाक हैं।
पीएम मोदी ने दुख जताया
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) में लिखा, 'मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।' भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। वहीं, दूसरी तरफ मोरक्को की नागरिक नोरा फतेही बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर डांसर और अभिनेत्री हैं।अपने देश में आए भूकंप को लेकर वह यहां काफी फिक्रमंद हैं। नोरा फतेही ने देश में आए विनाशकारी भूकंप के बाद मोरक्को के प्रति हार्दिक संवेदना और समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
मोरक्को से भारत का राजनयिक संबंध
गौरतलब है कि मोरक्को एक इस्लामिक देश हैं । यहां 99 फीसदी मुस्लिम आबादी निवास करती है। रबात इसकी राजधानी है। यहां की मुद्रा को दिरहम कहते है।. अरबी, स्पेनिश और फ्रेंच यहां की भाषा है। 3 करोड़ के आसपास यहां की आबादी है। यहां राजशाही सरकार चलती है। मोरक्को से भारत का राजनयिक संबंध है। भारत और मोरक्को के बीच कोई सीधी उड़ान सेवा नहीं है, लेकिन यूरोप, संयुक्त अरब अमीरात और कतर के माध्यम से वहां उड़ाने जाती हैं। यहां रहने वाले ज्यादातर भारतीय आतिथ्य और पर्यटन रोजगार में लगे हुए हैं।
- Log in to post comments