Poet Bhagwan Sahai Pareek

जै जै राजस्थान स्ट्रीमयार्ड स्टूडियो में आयोजित राष्ट्रीय राजस्थानी कवि सम्मेलन में कवयित्री उर्मिला देवी उर्मि ने पढ़ी ये पंक्तियां

रायपुर (khabargali) जै जै म्हारै हिंद की सेना जग में थारी जै जै जयकार । डर डर भागै बैरी सेना सुणताँ ही थारी आ ललकार । हिंद नै देख्यो बुरी नजर से तो टुकड़ा होसी थारा हजार । .