आज की शाम बहुत उदास है तन्हा है, एक विरहा की तरह, शायद उसे भी किसी ने भुला दिया है , शायद कोई वादा करके मुकर गया .. khabargali December 24 / 2021 सुनीता पाठक "सत्या"की कविताएं साहित्य डेस्क (khabargali) Tags सुनीता पाठक सत्या कवियत्री कविताएं फ़िर एक शाम आसमान चाँद साहित्य रायपुर ख़बरगली Sunita Pathak Satya Poetry Poems Then one evening Sky Moon literature raipur khabargali Read more about आज की शाम बहुत उदास है तन्हा है, एक विरहा की तरह, शायद उसे भी किसी ने भुला दिया है , शायद कोई वादा करके मुकर गया .. Log in to post comments