इन्हीं पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों ने कोरोना काल में अहम भूमिका की थी अदा
रायपुर (khabargali) पंडित जवाहर लाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया, लेकिन इस बार रिजल्ट कई मायनों में चौकानें वाला रहा। रेडियोलोजी में 50% छात्र फैल हुए। आपको बताते चलें कि तीन साल के MD/MS का कोर्स कम्पलीट करने के बाद एग्जाम होता है। पोस्ट ग्रेजुएशन MBBS के बाद अलग अलग 19 से ज्यादा विषयों में होता है, छात्रों को NEET PG के बाद रैंक के हिसाब से PG की सीट मिलती है।
रिजल्ट क्रमश: इस प्रकार रहा
MD Pathology- 100%
MS Surgery- 100%
MD Biochemistry- 100%
MD Anaesthesiology- 100%
MD Paediadritics- 67%
MD Pharmacology- 100%
MD Radiology-50%
सबसे खराब रिजल्ट रहा MD रेडियोलोजी का
यहां आपको बताते चले कि NEET PG में टॉपर्स इस ब्रांच को लेते है, पर रिजल्ट सबसे खराब इस ब्रांच का रहा तो सबसे बड़ा सवाल ये है कि होशियार स्टूडेंट इस ब्रांच में रहने के बावजूद क्यों इतना खराब रहा ।जबकि इस ब्रांच में काम सबसे ज्यादा रहता है क्योंकि हर मरीज का x-ray, sonography, CT Scan aur MRI तो करवाना ही पड़ता है । मतलब हर मरीज कही न कहीं इस डिपार्टमेंट में जाता है । सबसे चौकानें वाली बात ये है कि इस डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ एस बी नेताम हैं जो कि मेकाहारा के अधीक्षक भी है, जब इनके डिपार्टमेंट के रेजिडेंट का ये हाल है तो बाकी डिपार्टमेंट का अंदाजा लगाया जा सकता है और इस डिपार्टमेंट के पूर्व HOD डॉ विष्णु दत्त अभी DME हैं। बताया जा रहा है कि रेडियोलोजी का इतना खराब रिज़ल्ट आज तक कभी नही आया।
यही पोस्ट ग्रेजुएट छात्र कोरोना काल में सुपर फ्रंट वॉरियर्स थे
गौरतलब है कि पिछले 2 साल के भयावह कोरोना काल मे यही पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों ने अस्पतालों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और कोविद ड्यूटी के बावजूद रेजिडेंट अपने संबंधित विषय पर पूरे ध्यान से तैयारी करके परीक्षा में बैठे थे किंतु ऐसा रिजल्ट आना अत्यंत दुर्भाग्य जनक है।
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