सभी तीरंदाजों की मांग कि उनके नाम पर हो नवनिर्मित तीरंदाजी अकादमी का नाम
रायपुर (khabargali) तीरंदाजी में सर्वोच्च सम्मान ‘प्रवीणचंद भंजदेव’ पुरूस्कार पाने वाले टेकलाल पूर्रे की सड़क हादसे में मौत हो गयी है। 44 वर्षीय टेकलाल पुर्रे बिलासपुर के रहने वाले थे और वर्तमान में उड़ीसा सुंदरगढ़ के साई सेंटर में बतौर कोच के पद में तैनात थे। जानकारी के मुताबिक दो जून को टेकलाल पुर्रे का सड़क दुर्घटना के बाद उन्हें गंभीर अवस्था में उड़ीसा के अस्पताल में ले जाया जा रहा था, तभी बीच रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।
साई सुंदरगढ़ में बतौर असिस्टेंट पद पर थे
बता दें, स्वर्गीय टेकलाल पूर्रे, सेवा निवृत्त निरीक्षक आईएल पूर्रे के पुत्र थे। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य शासन की ओर से नौकरी दिए जाने वाले पहले उत्कृष्ट खिलाड़ी टेकलाल पुर्रे ने खेल विभाग की नौकरी कुछ सालों पहले ही छोड़ दी थी। इसके बाद छत्तीसगढ़ में बतौर तीरंदाजी कोच खेल विभाग में पिछले तीन सालों से कार्यरत टेकलाल ने उड़ीसा के साई सुंदरगढ़ में बतौर असिस्टेंट ज्वाइन कर लिया था। तब से ही वो उड़ीसा के सुंदरगढ़ में रह रहे थे।
स्वर्गीय टेकलाल पूुर्रे के नाम पर हो आर्चरी अकादमी
उनके निधन की खबर के बाद छत्तीसगढ़ के तीरंदाजों में शोक की लहर है। साथ ही प्रदेश के सभी तीरंदाजों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये प्रदेश सरकार से मांग की हैं कि, रायपुर में नवनिर्मित तीरंदाजी अकादमी का नाम ”स्वर्गीय टेकलाल पूुर्रे आर्चरी अकादमी” रखा जाए।
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