कोरोना महामारी के दौरान 18-34 प्रतिशत लोगों ने तम्बाकू का सेवन छोड़ा

No smoking khabargali

रायपुर(khabargali)। कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभाग भी सहभागी बन अलग-अलग तरह से लोगों को स्वास्थ्यगत सलाह और परामर्श प्रदान कर रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ कोविड और तंबाकू इंटर रिलेशन पर एक सर्वे किया गया जिसमें 18.34 प्रतिशत लोगों ने कोविड की वजह से तंबाकू का सेवन करना छोड़ दिया है। तंबाकू नियंत्रण सेल द्वारा जिन लोगों ने तंबाकू सेवन करना बंद नहीं किया है, उनसे भी तंबाकू छोड़ने की अपील की गई है।

कोविड टोबैको इंटर रिलेशन सर्वे इन छत्तीसगढ़ (COVID- Tobacco Inter Relation Survey in Chhattisgarh) अगस्त 2020 में किया गया था। 5 अगस्त से 18 अगस्त 2020 के बीच अस्पताल में भर्ती मरीजों से साक्षात्कार विधि (टेलीफोनिक) के माध्यम से राज्य नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन के मार्गदर्शन में टोबैको कंट्रोल की बीआई टीम द्वारा डेटा संग्रह किया गया था। इनमें कुल 229 तंबाकू उपयोगकर्ता पाए गए जो 12.76% है।

राज्य नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन ने बताया “सर्वे में यह सामने आया है 18 .34 प्रतिशत लोगों ने कोविड के कारण तंबाकू का सेवन करना छोड़ दिया है ,यह एक अच्छा संकल्प लोगों ने लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भी जो लोग तंबाकू का सेवन करते हैं उनमें कोविड-19 का संक्रमण अधिक तेजी से फैलता है। क्योंकि धूम्रपान करने वालों के फेफड़े अपेक्षाकृत कमजोर होते हैं।

धूम्रपान करने वाले लोगों में कोरोना संक्रमण के गंभीर होने का खतरा 50 प्रतिशत बढ़ जाता है। फेफड़े कोरोना वायरस व उससे जुड़ी बीमारियों से लड़ने में भी सक्षम नहीं होते है। ऐसे में जिन लोगों ने कोविड के बाद भी तंबाकू का सेवन करना नहीं छो़डा है, उनसे अपील है कि वह तंबाकू का सेवन करना यथाशीघ्र छोड़ दें।“

उल्लेखनीय है राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में लगातार अनेक जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षणों और कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इनमें सभी जिलों के तम्बाकू नियंत्रण इकाई के नोडल अधिकारियों, जिला सलाहकारों, परामर्शदाताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही कोतपा एक्ट के पालन से जुड़े श्रम विभाग, पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्कूल व उच्च शिक्षा विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

1,795 लोगों पर अध्ययन –

स्वास्थ्य विभाग तंबाकू नियंत्रण सेल से मिली जानकारी के अनुसारकुल 1,795 लोगों को अध्ययन में शामिल किया गया। जिसमें से 1,284 (71.53%) पुरुष और 511 (28.47%) महिलाएं शामिल थीं। 229 तंबाकू उपयोगकर्ताओं में से 211 (92.14%) पुरुष और 18 (7.86%) महिलाएं थीं। इस दौरान 229 उपयोगकर्ताओं में से, 30% ने तंबाकू का सेवन धूम्रपान के रूप में इस्तेमाल किया, 51.09% ने धूम्रपान रहित रूप का इस्तेमाल किया जबकि 18.78% ने दोनों रूपों का इस्तेमाल किया। वहीं 69% तंबाकू उपयोगकर्ता कोविड के दौरान तंबाकू का उपयोग कर रहे थे। कोविड के बाद 18.34% ने तंबाकू लेना बंद कर दिया। 24.45% लोगों ने तंबाकू का सेवन कम कर दिया तो वहीं 57.21% लोगों में तंबाकू सेवन के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया।

तम्बाकू सेवन छोड़ने से लाभ-

तम्बाकू सेवन की आदत से मुक्त होने पर 20 मिनट बाद ही बढ़ी हुई धड़कनें और बीपी सामान्य होने लगता है। रक्त में बढ़ा हुआ कार्बन मोनो आक्साइड का स्तर 12 घंटे में घटने लगता हैं। मुंह का स्वाद एवं सूंघने की क्षमता 48 घंटे में बेहतर होने लगती है। शरीर में रक्त का संचार सुधरता है। दो-तीन सप्ताह में हृदयाघात का खतरा कम होने लगता है, फेफड़ों की कार्यप्रणाली बेहतर होने लगती है। एक से नौ माह में शॉर्टनेस ऑफ ब्रीदिंग घटती है, सांस का फूलना कम होता हैं। एक साल में ही ह्रदय की धमनियों से जुड़ा खतरा आधा हो जाता है।