बिलासपुर नांदघाट रोड पर एक सड़क हादसे में हुई मौत
जनहित के कई सारे मामलो में की कोर्ट तक की लड़ाई
रायपुर (khabargali) सामाजिक कार्यकर्ता व रायपुर नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष विश्वजीत मित्रा का रविवार को बिलासपुर नांदघाट रोड पर एक सड़क हादसे में मौत हो गई। वो अपने कुछ परिचितों से मिलने के लिए बिलासपुर गये थे, जहां से वो करीब 3 बजे रायपुर के लिए निकले। घटना करीब 3.30 बजे की बतायी जा रही है। वे किसी काम से आज ही अपने कार से बिलासपुर गए थे कि लौटते वक्त यह हादसा हो गया। हादसे की दो वजह सामने आ रही है एक कार का टायर फट गया होगा या किसी को बचाने के चक्कर में कार डिवाडर से जा टकारायी। उन्हे नवागढ़ स्वास्थ्य केन्द्र पहले ले जाया गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उनके सिर पर गहरी चोट लगी थी।
मोबाइल के लास्ट कॉल के आधार पर हुई पहचान
घटनास्थल के मौजूद लोगों को उन्हे पहचानने में भी देरी हुई। उनके मोबाइल के लास्ट काॅल को रिकॉल किया गया तब जाकर उनकी पहचान हुई। घटना की सूचना परिजनों को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ,वे एक दूसरे से कन्फर्म करते रहे। डा.राकेश गुप्ता के काफी करीबी मित्र थे इसलिए जब डा.गुप्ता ने बताया कि घटना सही है तब जाकर खबर की पुष्टि हुई।
जनहित में करते थे सड़क से कोर्ट तक की लड़ाई
विश्वजीत मित्रा जनहित के कई सारे मामलो में वे कोर्ट तक की लड़ाई लड़ते रहे। समाजिक कामों में भागीदारी के साथ-साथ पर्यावरण के क्षेत्र में वो हमेशा काम करते थे। उन्होंने पर्यावरण और जनहित से जुडे़ कई मुद्दों पर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी, जिसके आधार पर राज्य सरकार को कोर्ट ने दिशा निर्देश भी दिया था। हाल के दिनों में ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट ने जो संज्ञान लिया है, उस मामले में भी विश्वजीत ने हस्तक्षेप याचिका दायर की थी। तालाबों के संरक्षण को लेकर भी उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी। उनकी शिकायत पर वेटलेन ऑथरिटी ने राजधानी के सभी तालाबों की जांच का आदेश दिया था, जिसमें सिर्फ करबला तालाब की जांच हुई। वहीं रायपुर के बीटीआई मैदान को भी खेल के लिए सुरक्षित बनाने के लिए वो प्रयासरत थे। बीटीआई मैदान में लगने वाले मेले और ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए वो काम करना चाहते थे, लेकिन उनकी ये ख्वाहिश अधूरी रह गयी।
दोस्तों के बीच वे राकेट के नाम से भी जाने जाते थे
ढ़ेबर पिंक सिटी में रहने वाले 58 वर्षीय विश्वजीत दोस्तों के बीच वे राकेट के नाम से भी जाने जाते थे। खुशमिजाज मित्रा हमेशा मित्रों के बीच अपनी गायकी का जादू बिखेरते थे। गाना गाने व नानवेज खाने के काफी शौकीन रहे। दोनों ही चीजें वे सोशल मीडिया पर लगातार शेयर करते। हॉकी के भी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे। सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहने वाले विश्वजीत मित्रा ने आखिरी पोस्ट में उन्होंने सीजीपीएससी की जांच को लेकर लिखा था। एक बिटिया की पिछले महीने ही शादी हुई थी जो रायपुर में रहती हैं और दूसरी मुंबई में है.जो कि रायपुर आई हुई थी और दो दिन पहले ही लौटी हैं। पत्नी कालेज में प्रोफेसर है। मित्रों ने बताया कि छोटी बिटिया कल पहुंच जायेगी,तब संभवत: दोपहर तक अंतिम संस्कार होगा।
अब यादें शेष
- Log in to post comments