पीएम मोदी का तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा, जानें क्या आई प्रतिक्रिया

PM Modi, Prime Minister, announces the withdrawal of three agricultural laws, Rakesh Tikait, Khabargali

किसान नेता राकेश टिकैत ने रखी शर्त, कांग्रेस कल देश भर में मनाएगी 'किसान विजय दिवस'

नई दिल्ली (khabargali) नवम्बर के महीने में पीएम मोदी अक्सर चौकानें वाली घोषणा करते है.इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम संबोधन में पिछले करीब एक साल से विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दी.गुरु नानक देव की जयंती प्रकाश पर्व के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं सभी को बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानून को निरस्त करने का फ़ैसला किया है. हमारा मकसद ये था कि देश के किसानों को, खासकर छोटे किसानों को, और ताकत मिले, उन्हें अपनी उपज की सही कीमत और उपज बेचने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिले . बरसों से ये मांग देश के किसान, देश के कृषि विशेषज्ञ, देश के किसान संगठन लगातार कर रहे थे. पहले भी कई सरकारों ने इस पर मंथन किया था. उन्होंने कहा, ''इस बार भी संसद में चर्चा हुई, मंथन हुआ और ये कानून लाए गए. देश के कोने-कोने में कोटि-कोटि किसानों ने, अनेक किसान संगठनों ने, इसका स्वागत किया, समर्थन किया. मैं आज उन सभी का बहुत आभारी हूं.  हमारी सरकार, किसानों के कल्याण के लिए, खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए, देश के कृषि जगत के हित में, देश के हित में, गांव गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए, पूरी सत्य निष्ठा से, किसानों के प्रति समर्पण भाव से, नेक नीयत से ये कानून लेकर आई थी, लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए.'' अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पांच दशक के अपने सार्वजनिक जीवन में मैंने किसानों की मुश्किलों, चुनौतियों को बहुत करीब से अनुभव किया है. उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी सरकार की तरफ से उठाए कदमों पर भी चर्चा की. पीएम ने आंदोलनरत किसानों से अपील की आज गुरू पर्व है और आज ही आप किसान भाई अपने घर लौटें और नए सिरे से जीवन शुरू करें।

आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा- राकेश टिकैत

पीएम मोदी के एलान के तुरंत बाद राकेश टिकैत ने कू करके कहा, ''आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें.''

निर्णय पर मिलीजुली प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. इसका उनके दल के साथ साामाजिक और अन्य राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है. फिलहाल मोदी के इस कदम की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिल रही है. सर्मथक प्रधानमंत्री को लोकतंत्र का रक्षक और जनभावनाओं का सम्मान करने वाला नेता बता रहे हैं. वहीं विपक्षी दबाव में मजबूरन उठाया जाने वाला कदम बता रहे हैं. कांग्रेस कल देश भर में 'किसान विजय दिवस' मनाएगी .पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस फैसले के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.

किसानों के खिलाफ रची गई साजिश की हार हुई- सोनिया गांधी

कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज सत्ता में बैठे लोगों द्वारा किसानों और मजदूरों के खिलाफ रची गई साजिश हार गई है और तानाशाह शासकों का अहंकार भी. आज रोजी-रोटी और खेती पर हमला करने की साजिश को परास्त कर दिया गया है. आज अन्नदाता की जीत हुई है. लोकतंत्र में कोई भी निर्णय प्रत्येक हितधारक से बातचीत और विपक्ष के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया जाना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि मोदी सरकार ने भविष्य के लिए कम से कम कुछ तो सीखा होगा.

जीत उनकी भी है जो लौट के घर न आए- राहुल गांधी

इस फैसले के आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन में शहीद हुए 700 किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए एक वीडियो ट्वीट किया और साथ में लिख, "जीत उनकी भी है जो लौट के घर न आए...हार उनकी ही है जो अन्नदाताओं की जान बचा ना पाए...#FarmLawsRepealed"