धम्मकुटी विपश्यना ध्यान केंद्र में एक दिवसीय आनापान शिविर संपन्न
रायपुर (खबरगली) विभिन्न स्कूलों से आए 37 लड़कों एवं 42 लड़कियों ने अपने स्वाभाविक श्वास पर आधारित आनापान ध्यान का अभ्यास किया। उन्होंने समझा प्रतिदिन सुबह शाम 10_ 10 मिनट आनापान ध्यान का अभ्यास करने से एकाग्रता एवं सजगता बढ़ने से मेमोरी पावर बढ़ता है। एग्जामिनेशन फोबिया से मुक्ति मिलती है। उन्होंने जीवन में पांच शील हत्या, चोरी, नशा करने से दूर रहना, झूठ नहीं बोलना , ब्रह्मचर्य का पालन करना का महत्व समझा। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने मंगल मैत्री का महत्व समझा और अभ्यास किया ।
धम्मकुटी विपश्यना ध्यान केंद्र रायपुर में 16 नवम्बर को प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक 10 से 17 वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आयोजित आनापान ध्यान शिविर का संचालन पी के नन्दी छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय बाल शिविर संयोजक , बाल शिविर शिक्षक दीपक बोरकर एवं बाल शिविर शिक्षिका सीमा जामभूलकर, मिनल वैरागड़े द्वारा किया गया। अभिजीत सिंह, सिद्धार्थ शुक्ला सहित अनेक साधक साधिका का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
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