कत्थक नृत्य में राष्ट्रीय स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीत चुकी है छत्तीसगढ़ की बेटी
रायपुर (khabargali) प्रतिभा एक प्रतिशत दैवी प्रेरणा तथा निन्यानवे प्रतिशत कठोर श्रम से होती हैं, इसे सबित किया है छत्तीसगढ़ के दुर्ग पाटन के पंडित विजय पांडेय की बिटिया तोषी पांडे उर्फ तोशिका ने। तोषी ने राज्यस्तरीय कत्थक नृत्य प्रतियोगिता से राष्ट्रीय स्तर से फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीत कर प्रदेश ही नहीं वरन 6 देशों के सामने विजेता बन राष्ट्रगान गा कर भारत का मान बढ़ाया। अपने कुशल नृत्य से प्रसिद्ध हो चुकी तोषी को अब तक कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। आइये जानें कैसा रहा तोषी के उपलब्धियों का सफर..
3 साल की उम्र में स्कूल में पहली प्रस्तुति मील का पत्थर साबित हुई
तोषी ने ख़बरगली को बताया कि वे जब 3 साल की हो गई थी तो उनकी जिंदगी के सबसे पहले स्कूल में उनका सबसे पहला वार्षिक उत्सव था जिसमें उन्हें " मेरे ढोलना सुन मेरे प्यार की धुन.." सॉन्ग पर कत्थक डांस करना था। उनके जीवन में वो पहला दिन था जिस दिन से उनमे जीवन में कत्थक ने दस्तक दी। तोषी ने बताया कि यह धुन यह गाना पूरी तरह से मुझ में बस चुका था । मैं जब भी यह गाना सुनती तो मैं खुद को रोक नहीं पाती थी । मेरी आगे की शिक्षा निरंतर चलते रही। साथ ही साथ अपने स्कूलों के छोटे-छोटे उत्सव में मैं भाग लेती रही। कथक नृत्य की तलब मेरे शरीर के एक एक अंगों में निरंतर अग्रसर होता जा रहा था, लेकिन मैंने यह कला कक्षा दसवीं तक सामान्य रूप से लोगों के सामने प्रस्तुत किया।
राज्यस्तरीय से राष्ट्रीय स्तर तक विजेता बनने का सफर ऐसे शुरू हुआ
वर्ष 2020 में मैं कक्षा 11वीं में पहुंच चुकी तोषी ने राज्य में हो रहे हैं राज्यस्तरीय नृत्य प्रतियोगिता में भाग लिया तथा विजेता बनी। फिर 15 अक्टूबर 2021 का दिन आया जब उनक चयन राष्ट्रीय कत्थक प्रतियोगिता में हुआ है जहां 28 राज्य के प्रतियोगी इस प्रतियोगिता में शामिल हुए। दिल्ली इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम ने 12 नवंबर 2021 को उनका सपना पूरा हुआ जब उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कत्थक नृत्य में स्वर्ण पदक जीता ।
..फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता
तोषी ने निरंतर ही प्रयास जारी रखा और वर्ष 2022 में उन्हें एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। उनका चयन अंतर्राष्ट्रीय कत्थक नृत्य प्रतियोगिता हुआ, जहां 7 देशों के कलाकारों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। दूसरी बार इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम दिल्ली में 1 मार्च 2022 को अपनी प्रस्तुति के द्वारा तोषी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता । 10 जुलाई 2022 को विश्व स्तरीय नृत्य प्रतियोगिता का रिजल्ट घोषित हुआ जिसमें उन्होंने विश्व स्तर पर कत्थक नृत्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कई अवॉर्ड से हो चुकी हैं सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के बाद तोषी को कई सम्मान से नवाजा गया जिसमें " बेटी गौरव सम्मान" ," ब्राह्मण रत्न अवार्ड ,पहचान अवार्ड और समाज रत्न अवार्ड उल्लेखनीय रहा । तोषी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शिक्षा अनुदान हेतु 4 लाख की प्रोत्साहन राशि भी प्राप्त हुई।
बच्चों को कत्थक नृत्य का प्रशिक्षण दे रही हैं
तोषी ने बताया कि वर्तमान में वो विप्र कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं और रायपुरा रायपुर में हेमंत ज्वेलर्स के सामने अपने वर्तमान निवास पर ही 'विजय लता समर्पण नृत्य कला प्रशिक्षण केंद्र ' खोला है, जहाँ वे 30 से 35 बच्चों को कत्थक नृत्य का प्रशिक्षण दे रही हैं।
यह है तोषी का सपना
तोषी ने ख़बरगली को बताया कि जैसे कि जीवन जीने के लिए जल वायु और भोजन की आवश्यकता होती है वैसे ही मेरे लिए जीवन जीने के लिए कत्थक आवश्यक बन चुका है। मेरा सपना है कि मैं विश्व के हर कोने में संपूर्ण देशों के सामने हमारे भारत की शास्त्रीय नृत्य कत्थक को प्रथम स्थान दिला कर विश्व के हर कोने में भारत का तिरंगा लहराना चाहती हूं।
तोषी तश्वीरों में
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