हर 10 भारतीय में से एक को कैंसर होने की संभावना

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कैंसर क्या है ? जानें लक्षण, कारण और प्रकार : ख़बरगली विशेष

ख़बरगली @ हेल्थ डेस्क

हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे (World cancer day 2022) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य कैंसर से बचाव और उसके प्रति जागरूकता फैलाना है। इस वर्ष क्लोज द केयर गैप थीम पर मनाया जा रहा है विश्‍व कैंसर दिवस। साल 2018 में कैंसर के कुल 1.81 करोड़ मामले आए। इसमें पुरुषों के 94 लाख और महिलाओं के 86 लाख मामले थे। मौतें भी पुरुषों में ज्यादा देखी गई। 53.85 लाख पुरुषों की कैंसर से मौत हुई, वहीं महिलाओं की संख्या 41.69 लाख रही। विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर वर्ष 1933 में पहला कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्जरलैंड में मनाया गया था। वैसे तो कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। लेकिन कुछ कैंसर जल्दी ठीक हो जाते हैं, तो किसी को ठीक होने में समय लगता है और कुछ तो इंसान की जान तक ले लेते हैं।

 हर 10 भारतीय में से एक को कैंसर होने की संभावना

 विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर 10 में एक भारतीय को कैंसर होने की आशंका बनी रहती है और 2025 तक तो देश के 16 लाख लोग कैंसर का शिकार हो सकते हैं। जिसमें, सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मरीज होंगे। इस खतरनाक बीमारी में लगभग 100 से ज्‍यादा प्रकार होते हैं। इनमें सबसे आम स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, मेलानोमा, लिम्फोमा, किडनी कैंसर हैं। महिलाओं में सबसे ज्‍यादा स्तन, कोलोरेक्टल, फेफड़े, सर्वाइकल, और थायराइड कैंसर होता है, वहीं, पुरुषों में फेफड़े, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल, पेट और लिवर का कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाता है।

हर साल 50 हजार बच्चे बन रहे रोगी

इंडियन कैंसर सोसाइटी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल 50 हजार से अधिक बच्चे कैंसर की चपेट में आते हैं। दुनियाभर में ये आंकड़ा प्रतिवर्ष तीन लाख के करीब है। कैंसर के कुछ मामलों में पश्चिमी देशों में बच्चों का जीवन बचने की गुंजाइश 80 से 90 फीसदी तक होती है।

कैंसर क्या है?

कैंसर 100 से अधिक विभिन्न रोगों का समूह है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है। जब शरीर के किसी अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण बिगड़ जाता है और कोशिकाएं बेहिसाब तरीके से बढ़ने लगती हैं, उसे कैंसर कहा जाता है।

कैंसर होने कारण

कैंसर होने के कई कारण होते हैं। हालांकि इनमें सबसे आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं।

कैसे शुरू होता है कैंसर

कैंसर तब शुरू होता है जब शरीर के किसी हिस्से की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं ट्यूमर नामक द्रव्यमान का निर्माण कर करती हैं। कैंसरयुक्त ट्यूमर घातक होता है, जिसका अर्थ है कि यह बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। हालांकि, कुछ प्रकार के कैंसर ट्यूमर नहीं बनाते हैं। इनमें ल्यूकेमिया, लिंफोमा और मायलोमा शामिल हैं।

क्या होते है कैंसर के लक्ष्ण :

1. शरीर के किसी भी हिस्से में लंबे समय तक दर्द का बने रहना.

2. लंबे समय से खांसी का होना

3. पेशाब से जुड़ी दिक्कत

4. महिलाओं को मेनोपॉज के बाद जांच कराते रहना चाहिए.

5. बिना किसी कारण के वजन कम होना भी एक लक्षण है.

कैंसर के प्रकार

कैंसर के चार मुख्य प्रकार हैं- कार्सिनोमा, सारकोमा, ल्यूकेमिया, लिम्फोमा।

कार्सिनोमा

यह एक कार्सिनोमा त्वचा या ऊतक में शुरू होता है जो आंतरिक अंगों और ग्रंथियों की सतह को कवर करता है। कार्सिनोमा आमतौर पर ठोस ट्यूमर बनाते हैं। वे कैंसर का सबसे आम प्रकार हैं। कार्सिनोमा के उदाहरणों में प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं।

सारकोमा

सरकोमा उन ऊतकों में शुरू होता है जो शरीर को सहारा देते हैं और जोड़ते हैं। एक सार्कोमा फैट, मांसपेशियों, नसों, जोड़ों, रक्त वाहिकाओं, लसीका वाहिकाओं, उपास्थि, या हड्डी में विकसित हो सकता है।

ल्यूकेमिया

ल्यूकेमिया ब्लड का कैंसर है। ल्यूकेमिया तब शुरू होता है जब स्वस्थ ब्लड कोशिकाएं बदलती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं। ल्यूकेमिया के 4 मुख्य प्रकार तीव्र लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, तीव्र मायलोइड ल्यूकेमिया और क्रोनिक मायलोइड ल्यूकेमिया हैं।

लिम्फोमा

लिम्फोमा एक कैंसर है जो लसीका प्रणाली में शुरू होता है। लसीका तंत्र वाहिकाओं और ग्रंथियों का एक नेटवर्क है जो संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। लिम्फोमा के 2 मुख्य प्रकार हैं: हॉजकिन लिम्फोमा और गैर-हॉजकिन लिम्फोमा।

सबसे खतरनाक कैंसर कौन सा है ?

लंग कैंसर

यानी फेफड़ों का कैंसर सबसे खतरनाक माना जाता है। लंग कैंसर आमतौर पर तम्बाकू, पान, सुपारी, सिगरेट पीने वाले लोगों को होता है। हालांकि, आजकल लंग कैंसर उन लोगों में भी देखा जा रहा है जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया है।

ब्लड कैंसर

ब्लड कैंसर भी एक खतरनाक कैंसर है, क्योंकि ये तेजी से फैलता है। इस कैंसर में इंसान के शरीर की रक्त कोशिकाओं में कैंसर पैदा होने लगता है और इसी के चलते शरीर में रक्त की कमी हो जाती है और ये शरीर के पूरे खून को संक्रमित कर देता है।

ब्रेन कैंसर

दिमाग के जरिए ही हमारा पूरा शरीर काम करता है। अगर इसके किसी हिस्से में कैंसर हो जाता है, तो इससे बचना भी मुश्किल होता है। इस कैंसर में दिमाग में एक ट्यूमर यानि गांठ बन जाती है और यह गांठ कुछ समय के साथ-साथ बड़ी होने लगती है।

कैसे करें कैंसर की जांच

अधिकांश कैंसर का पता करने का एकमात्र तरीका बायोप्सी है। इसमें मरीज के शरीर से एक सैंपल लिया जाता है। यह सैंपल रिपोर्ट इस बात को कन्फर्म कर देता है कि ट्यूमर में जो कोशिकाएं हैं वह कैंसर की हैं या नहीं।

दुनिया में कैंसर के प्रकोप को समझें -

1.9 करोड़ कैंसर के नए मामले वर्ष 2020 में सामने आए हैं

01 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौतें 2020 में कैंसर से हुई हैं

 03 करोड़ कैंसर के मरीज साल 2040 तक दुनिया में होंगे

 37 लाख कैंसर मरीजों का जीवन इलाज से बचाना संभव है

1.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ कैंसर के कारण

 27 फीसदी कैंसर के मामले तंबाकू और शराब के इस्तेमाल से

(स्त्रोत - यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल)

भारत में कैंसर का प्रकोप

 20 लाख से अधिक कैंसर के मरीज देशभर में हैं

 13 लाख से अधिक कैंसर मरीज 2020 में मिले

15 लाख से ज्यादा कैंसर रोगी मिल सकते 2025 में

 03 लाख कैंसर के मामले औसतन तंबाकू से जुड़े

 10 में से 3 मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता

(स्त्रोत - इंडिया अगेंस्ट कैंसर एवं आईसीएमआर )