US मीडिया बैटलग्रांड स्टेट पेंसिलवेनिया में जीत के बाद हो गया तय
नई दिल्ली (khabargali) अमेरिका चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ऐतिहासिक जीत हासिल कर लिया है. प्रमुख अमेरिकी मीडिया संगठनों ने तीन नवंबर के राष्ट्रपति चुनावों में बाइडेन को विजेता घोषित किया है. ट्रंप की हार के साथ ही बाइडन के लिए व्हाइट हाउस का रास्ता साफ अब साफ हो गया है। बाइडन अब अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे. फॉक्स न्यूज के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, जो बाइडन को 290 इलेक्टोरल वोट मिले, जबकि ट्रंप को 214। बता दें कि बहुमत के लिए 270 का ही आंकड़ा चाहिए, जिसे बाइडन ने आसानी से पार कर लिया है.
काउंटिंग रोको और हम पारदर्शिता चाहते हैं
हालांकि, इस घोषणा के बाद ट्रम्प की तरफ से कोई भी तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन मंगलवार के चुनाव के बाद से वोटों की गिनती के दौरान जैसे ही बाइडेन ने बढ़त ली, रिपब्लिकन राष्ट्रपति ट्रंप ने बाइडेन पर धोखाधड़ी के कई आरोप लगाया. डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर सिलसिलेवार ट्वीट कर मतगणना में धांधली के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कानूनी पर्यवेक्षकों को काउंटिंग रूम में जाने से रोकने के लिए ट्रैक्टर से दरवाजों को ब्लॉक कर दिया गया और खिड़कियों को कार्डबोर्ड से ढक दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि लोग चिल्ला रहे थे काउंटिंग रोको और हम पारदर्शिता चाहते हैं। हालांकि, ट्रंप के ट्वीट को ट्विटर ने हटा दिया है.
किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहे अमेरिका
ट्रंप की भतीजी मैरी ने भी चेतावनी दी है कि ट्रंप वाइट हाउस में अपने बाकी बचे दिनों में 'अमेरिका को डुबो' देंगे. मैरी ने कहा है कि अगर बाइडेन जीते तो ट्रंप अमेरिकियों के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए कुछ भी करेंगे. उन्होंने कहा कि ट्रंप को अपने कार्यकाल के लिए कोई अफसोस नहीं है. मैरी का कहना है कि ट्रंप 76 दिनों तक अमेरिका के राष्ट्रपति हैं और उनके पास अधिकार बरकरार हैं. इसलिए लोगों को ट्रंप के किसी भी ऐक्शन के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि ट्रंप को कई नुकसान लगेगा तो वह दूसरों का नुकसान भी करेंगे.
अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया पर पड़ेगा असर
बाइडेन के चुनाव जीतने का असर न सिर्फ अमेरिका पर बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ने वाला है. वह खुद कह चुके हैं कि सत्ता में आने पर वह ट्रंप के कई फैसलों को पलट देंगे. इसमें अमेरिका के घरेलू मुद्दों से लेकर विदेशी नीति से जुड़े मामले भी शामिल हैं. बाइडेन कह चुके हैं कि उनकी सरकार बनने पर अमेरिका पेरिस एग्रीमेंट में वापस लौट जाएगा. तीन साल पहले डोनाल्ड ट्रंप ने इसे रद्द किया था. ट्रंप ने साल 2017 में सात मुस्लिम देशों के नागरिकों पर अमेरिका में सफर करने पर प्रतिबंध लगाया था. बाइडेन सत्ता में आने पर इस फैसले को पलटने की बात कह चुके हैं. बाइडेन ने अमेरिकी लोगों के लिए फ्री कोरोना टेस्टिंग, हेल्थ केयर केकानून में बदलाव की बात कही है. इन मुद्दों पर ट्रंप ने अलग फैसला लिया था.
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