महासमुंद (khabargali) महासमुंद में आम लोगों के बीच सुरक्षा की गारंटी बन चुके सिपाही से एएसआई तक पदोन्नति पाने वाले नारकोटिक्स सेल में पदस्थ एएसआइ विकास शर्मा पर शनिवार रात साढ़े 10 बजे अज्ञात लोगों से घिर गए थे। मारपीट के दौरान ही वे गिर पड़े शायद अंदरूनी चोट लगी और हार्ट अटैक आ गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा होगा डॉ. विमल चोपड़ा ने रात सवा 11 बजे उनके निधन की घोषणा की। महासमुंद साइबर सेल में पदस्थ एएसआइ विकास शर्मा का निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि शनिवार रात साढ़े आठ बजे वे उनके घर के समीप लोक निर्माण कार्यालय के पास टहल रहे थे, तभी कुछ लोग शराब के नशे में आपस मे विवाद कर रहे थे। उनका बीचबचाव करते शर्मा गिर पड़े,इन्हीं लोगों ने विकास से मारपीट की। बेहोशी की हालत में लोगों ने उन्हें पास के ही निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि के पास शराब के नशे में आपस में लड़ रहे लोगों को हटाने विकास पहुंचे थे। इधर, घटना की खबर पाकर लोग निजी अस्पताल पहुंच रहे हैं। जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। डा विमल चोपड़ा ने रात सवा 11 बजे उनके निधन की पुष्टि की।
सीधे सरल और ड्यूटी के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले विकास शर्मा की मौत की खबर पाकर लोग स्तब्ध रह गए। एसपी शुक्ला ने बताया कि घटना के बाद से पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है। वास्तव में घटना कैसे हुई पता लगाया जा रहा है। एसपी ने कहा कि एएसआइ के शरीर पर चोट का निशान नहीं है। शव का पीएम कराया जा रहा है इसके बाद ही पता चलेगा कि मौत का कारण क्या है? महासमुंद निवासी 41 वर्षीय विकास शर्मा छात्र जीवन से बॉक्सिंग के खिलाड़ी रहे। उन्होंने अपने बेहतर खेल से कई मेडल अपने नाम किया। पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में भर्ती पर प्रशिक्षण केंद्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्हें प्रधान आरक्षक की पदोन्नति मिली। बाद से वे क्राइम ब्रांच, साइबर सेल में सेवा देते रहे। वे सभी टास्क पर अपने अधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरते रहे।
एक टास्क में खुद व एक सिपाही व एक नगर सैनिक के साथ दिल्ली जाकर चिटफंड कंपनी एचबीएन के डायरेक्टर अमरिंदर सिंह को दिल्ली से ही अपने कौशल से पकड़कर लाया था। तब तत्कालीन आइजी रायपुर रेंज जीपी सिंह ने विकास सहित तीन जवानों को इस मामले में विशेष पारितोषिक देकर पदोन्नति दी। बाद विकास एएसआइ पद पर सेवा देते रहे। विकास स्नेक कैचर के रूप में भी ख्यात रहे। लोगों के घरों में निकले विषैले सांप को आसानी से पकड़कर जंगल छोडऩे में विकास को महारत थी। ऐसा कर उन्होंने कई लोगों की सहायता की है।
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