रायपुर (khabargali) वर्तमान में हेल्थकेयर के परंपरागत उपचारों का एडवांस्ड तकनीकों के साथ फ्यूजन करके अंतराष्ट्रीय कैंसर संस्थानों में मरीजों को बेहतर कैंसर इलाज सुविधा प्राप्त कराई जा रही है। विगत दिनों संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल द्वारा छत्तीसगढ़ में विश्व स्तरीय एडवांस्ड कैंसर उपचार तकनीकों को प्रदेश की जनता तक उपलब्ध कराने के कैंपेन के अगली कड़ी के तौर में रोबोटिक कैंसर सर्जरी सिस्टम सुविधा उपलब्ध की गई है।
360 डिग्री में घूमने वाले आर्म्स
संजीवनी के डायरेक्टर एवं सीनियर सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ यूसुफ मेमन ने बताया कि कैंसर सर्जरी में, रोबोटिक तकनीक द्वारा बेहतर मैग्नीफाइड विज़न और 360 डिग्री घूमने वाले आर्म्स उपलब्ध होने के कारण, तंत्रिकाओं, वेसल्स और शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक आसान पहुंच और बेहतर विजिबिलिटी मिलती है, जिससे कॉम्प्लेक्स ऑपरेशन को करने में सरलता आती है। रोबोटिक सिस्टम, कोलोरेक्टल, स्त्री रोग और प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी में विशेष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उदाहरण के लिए, रोबोटिक प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी में, नसों को अलग करने का हर संभव प्रयास किया जाता है। चूंकि नसों और नर्व्स की विजिबिलिटी को रोबोटिक सिस्टम के द्वारा मैग्नीफाई किया जाता है तो उन्हें बचाने और उनकी कार्यक्षमता बनाए रखने में बहुत आसानी हो जाती है।
रोबोटिक सर्जरी के ये हैं लाभ
रोबोटिक सर्जरी के लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि छोटे से छोटे वेसल्स, ट्यूमर्स, रोबोट द्वारा बड़ा एवं स्पष्ट दिखने से मानवीय भूल होने की संभावना कम हो जाती है। रोबोटिक आर्म्स 360 डिग्री घूम पाने से, निपुणता (Dexterity) से कैंसर को हटाया जाता है। शरीर के डीप एरिया में भी रोबोटिक सर्जरी सिस्टम की सहायता से आसानी से पहुंचकर कैंसर की सटीक एवं सार्थक सर्जरी की जा सकती है।
संजीवनी के ये हैं विशेषज्ञ
संजीवनी के सीनियर कैन्सर सर्जन डॉ. अर्पण चतुर्मोहता जिन्होंने गुजरात कैन्सर इंस्टिट्यूट अहमदाबाद ,मिलान, इटली एवं सिंगापुर से रोबोटिक सर्जरी में एडवांस्ड ट्रेनिंग प्राप्त किया है , ने बताया कि स्थानीय रूप से एडवांस्ड ट्यूमर के अलावा, व्यावहारिक रूप से सभी कैंसर का रोबोटिक कैंसर सर्जरी सिस्टम से ट्रीटमेंट किया जा सकता है। इनमें कुछ खास कैंसर हैं जिनके ट्रीटमेंट में रोबोटिक सर्जरी उत्कृष्ट परिणाम प्रदान करने में सक्षम है, उनमें, कोलोन और रेक्टल कैंसर(आँत), लिवर ,एंडोमेट्रियल [गर्भाशय] , सर्वाइकल कैंसर, एसोफेजियल [फूड पाइप] ,फेफड़े के कैन्सर , पेट के कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर के शुरुआती मामले, किडनी , ब्लैडर और प्रोस्टेट कैंसर , मुख व गले के कैन्सर एवं थाइरॉड कैन्सर इत्यादि शामिल है ।सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के द्वारा छोटा चीरा लगाने से भी सर्जरी संभव है और इससे कम दर्द, कम समय के लिए हॉस्पिटलाईजेशन के साथ साथ स्पीडी रिकवरी होती है जिससे मरीज को जल्द ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा सकता है।
सीनियर सर्जिकल ऑकोलॉजिस्ट डॉ दिवाकर पांडेय , जिन्होंने टाटा मेमोरीयल मुंबई , क्लीवलैंड क्लिनिक, फ्लोरिडा अमेरिका एवं सेंट जॉन्स हॉस्पिटल बार्सिलोना स्पेन से रोबोटिक सर्जरी में विशेष अनुभव प्राप्त किया है , ने बताया कि अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी की सुविधा छत्तीसगढ़ में किसी कैंसर हॉस्पिटल में पहली बार उपलब्ध की गई है। उन्होंने आगे बताया कि रोबोट जटिल सर्जिकल प्रक्रियाओं का संचालन करने में सक्षम हैं क्योंकि एक सर्जन डिवाइस के विभिन्न औजारों को चलाने के लिए एक वीडियो गेम जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है और एक हाई-डेफिनिशन कैमरा जो शरीर में छोटे छेद के माध्यम से रोगी को खुले खुले काटने की आवश्यकता के बिना डाला जाता है। उन्होंने आगे बताया कि यह आधुनिक रोबोटिक सिस्टम दुनिया भर के अग्रणी सर्जिकल सिस्टम की तुलना में मॉड्यूलर और बहुमुखी मशीन है। यह सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम, आधुनिक तकनीकी फीचर्स से लैस एक मॉड्युलर मल्टी-आर्म सिस्टम है। इसमें रोबोटिक आर्म्स का उपयोग किया जाता है, साथ ही इसमें ओपन-फेस अर्गोनोमिक सर्जन कमांड सेंटर, 32 इंच का बड़ा 3डी एचडी मॉनिटर, 23 इंच का 2डी टच पैनल होता है, जिस पर मरीज से जुड़ी सभी जानकारी डिस्प्ले होती है। साथ ही एक वर्चुअल रियल टाईम इमेज और होलोग्राफिक डाईकोम इमेज के सुपर इंपोजिशन की क्षमता भी होती है। विजन कार्ट टीम को 3 डी एचडी व्यू देता है, जिससे सर्जन सर्जरी के दौरान बेहतर सुरक्षा और दक्षता को सुनिश्चित कर सकता है। मॉड्युलर रोबोटिक आर्म के द्वारा आवश्यकतानुसार आर्म्स का उपयोग किया जा सकता है। इससे सर्जिकल ऑपरेशंस में किसी तरह के टकराव की संभावना नहीं रहती। इसमें 30 विभिन्न प्रकार के रोबोटिक सर्जिकल उपकरण होते हैं, जिनका उपयोग विभिन्न प्रकार की सर्जरियों में किया जा सकता है।
अब कैंसर को जड़ से मिटाया जा सकता है : डॉ. मेमन
डॉ. यूसुफ़ मेमन ने कहा कि एक समय में कैंसर सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक था पर अब आधुनिक जाँच व इलाज की तकनीकों , नई टारगेटेड एवं इम्यूमनो थेरेपी दवाओं व अनुभवी टीमवर्क से सही समय में उपचार कर इसे जड़ से मिटाया भी जा सकता है ।रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर एडवांस्ड स्टेज में भी इसपर काफी काबू पाकर मरीजों की जीवनशैली के स्तर पर सुधार लाया जा सकता है।
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