की कलम से

श्रद्धांजलि: वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पंकज की कलम से

Khabargali (रायपुर)

मेरे परम मित्र डॉक्टर सुभाष पांडेय को भी कोरोनारूपी क्रूर दैत्य ने छीन लिया। यह कितनी बड़ी विसंगति है कि कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए दिन रात समर्पित सुभाष कोरोना वायरस से संक्रमित होकर चल बसे। इसके पहले भी वे संक्रमित हुए थे लेकिन बहुत जल्दी उबर गए थे और कोरोना नियंत्रण अभियान के नोडल अधिकारी के रूप में स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे। दो दिन पहले कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था और आज दुखद खबर आई।