रेसलिंग फेडरेशन

नई दिल्ली(khabargali)। "हमने सब कुछ खो दिया है, कुछ भी नहीं बचा है, हमें उससे बहुत उम्मीद थी. इतनी कम उम्र में, मेरे भांजे ने परिवार और देश का नाम चमका दिया था. पर अब सब ख़त्म हो गया है."- ये शब्द है पहलवान सागर राणा के मामा आनंद सिंह के.

सागर राणा हाल ही में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो गुटों में हुए झगड़े में मारे गए थे. आनंद सिंह ने बताया कि सागर हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले थे, लेकिन कुश्ती के गुर सीखने के लिए उन्होंने 14 साल की उम्र में ही दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अभ्यास करना शुरू कर दिया था.