Motorized cycle

गरियाबंद(khabargali)। छुरा विकासखंड के ग्राम छिदौली के कमार पारा में रहने वाली 12 वर्षीय दिव्यांग गीता नागेश की बचपन ही दोनों पैर के पंजे नहीं हैं. जब वह चलती तो पैरों से खून रिसता था. इससे बचने के लिए उसने गिलास को ही पंजा बना लिया था. यह कहानी जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंची तो वे भावुक हो गए, उनसे रहा नहीं गया.