प्रेम कथा

 जानिए होलिका बुरी थी तो फिर उसकी पूजा क्यों की जाती है?

ख़बरगली @ फीचर डेस्क। होली पर प्रहलाद और होलिका से जुडा प्रसंग भी बरबस याद आ जाता है। ये तो सभी जानते हैं कि होलिका दहन के दूसरे दिन रंग पर्व मनाया जाता है। होलिका का दहन बुराई के प्रतीक के तौर पर किया जाता है लेकिन दहन से पहले होलिका की पूजा भी की जाती है। होलिका अगर वास्तव में बुराई की प्रतीक होती तो उसकी पूजा नहीं की जाती। लेकिन क्या आपके मन में ये सवाल आया है कि फिर उसकी पूजा क्यों की जाती है?