आदिवासी को वनवासी कहना उनका अपमान : राहुल गांधी

Calling tribals as forest dwellers is an insult to them, Rahul Gandhi, election meeting at Lalbagh Parade Ground, Jagdalpur, Chhattisgarh, Khabargali Assembly Elections,

बस्तर में राहुल ने कहा – जल, जंगल और जमीन छीनने का काम कर रही मोदी सरकार

जगदलपुर (khabargali) कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए लगातार प्रचार करने आ रहे हैं. उन्होंने आज जगदलपुर के लालबाग परेड ग्राउंड जगदलपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया. मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, भाजपा नेता आदिवासी को वनवासी कहते हैं. आदिवासियों का अपमान है. राहुल गांधी ने कहा, मध्यप्रदेश में अपने देखा होगा कि भाजपा नेता एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करता है और फिर उस वीडियो को वायरल करते हैं. ये आदिवासियों को दिखाते है कि उनकी जगह कहा होनी चाहिए, इसलिए वे आदिवासी को वनवासी कहते हैं. ये आदिवासियों का अपमान है. उन्होंने कहा, आदिवासी शब्द के अंदर इस शब्द की गहराई में एक सचाई छुपी हुई है. आदिवासी का मतलब इस देश के पहले हकदार हैं. इस देश की जमीन इस देश का जंगल आप का हुआ करता था, ये जमीन ये जंगल आदिवासी से बीजेपी ने ले लिया, यही वजह है कि आदिवासी नहीं कहते, अगर कहेंगे तो उनकी जमीन और जंगल वापस करनी होगी. वनवासी शब्द आदिवासी का अपमान है. इसे कांग्रेस पार्टी कभी स्वीकार नहीं कर सकती. राहुल गांधी ने कहा, अगर 5 साल के अंदर किसी फैक्ट्री ने बिज़नेस चालू नहीं किया उसका जमीन वापस करने का वादा किया था और पूरा किया. अडानी का प्रोजेक्ट कांग्रेस ने कैसिल करके दिखाया, आदिवासियों ने कहा कि यहां हमें फेक्ट्री नहीं चाहिए तभी हमने नरेंद्र मोदी के मित्र अडानी का प्रोजेक्ट रद्द कर दिया, क्योंकि आप वनवासी नहीं आदिवासी हैं इसलिए आपका हक आपको मिलना चाहिए. पहले नरेंद्र मोदी आदिवासी को वनवासी कहते थे, लेकिन अब उनके मुंह से वनवासी नहीं निकलता, लेकिन सोच वनवासी की है.

हर अकाउंट में 15 लाख का क्या हुआ ?

राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि इस देश में सिर्फ एक जात है वो है गरीब, इस देश में ना दलित है ना आदिवासी है, आप अपने आप को ओबीसी क्यों कहते हो, जो आपकी सोच है वो आदिवासियों के लिए अपनी सोच बदलिए. आपने कहा था हर अकाउंट में 15 लाख डालूंगा, किसी को क्या मिला. नरेंद्र मोदी ने कहा था नोटबंदी से काला धन मिलेगा, नोटबंदी से किसको फायदा मिला. जीएसटी से किसी को फायदा नहीं मिला. आने वाले समय में धान का मूल्य बढ़ता जाएगा- मैं पिछले चुनाव में आया था और वादा किया था धान को 2500 मिलेगा, सबको मिला, 2500 का वादा था लेकिन अब 2640 मिल रहा है. आपके बिना कहे हमने धान की कीमत बढ़ा दिया. आने वाले समय में धान का मूल्य बढ़ता जाएगा.

किसानों के कर्ज माफ होने से वे खुशहाल हैं

राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसानों का कर्ज माफ नहीं होगी. मैंने पहली मीटिंग में कहा कर्जा माफ होगा. जब मैं किसानों के पास जाता हूं और पूछता हूं कि आपका कर्ज माफ हुआ तो कहते हैं जो हम नहीं सोचे वो हुआ. हमने गाड़ी भी खरीदी. राहुल गांधी ने कहा, मजदूर और किसान को जो हम पैसा दे रहे हैं वो अपने गांव में खर्च करता है, जिससे फायदा छोटे दुकानदार को होता है.

नरेंद्र मोदी जी क्या कहते हैं अडानी को जमीन दो, अडानी जी आपकी जमीन ले लेते हैं, क्या वो पैसा गांव में खर्च होता है, वो पैसा देश के हर जाता है, चुनाव में जाता है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी मांग बैंक की है. अब आप बैंक की मांग क्यों कर रहे हैं, क्योंकि हमने किसानों के ग्रामीणों के जेब में पैसा डाले हैं इसलिए बैंक की मांग कर रहे हैं. हमने वादा किया था कर्ज मांफ करके दिखाएंगे, हम वही नहीं रुके 23 हजार करोड़ रुपये किसानों के अकाउंट में डालकर दिखा दिया. नरेंद्र मोदी आदिवासियों के जमीन, जल, जंगल छीनते हैं, हममें उनमें फर्क है. हमने जगदलपुर के लिए काफी काम किए. जो स्कूल बंद थे उन्हें खोले हैं. आत्मानंद स्कूल खोले हैं. अंग्रेजी की हर जगह जरूरत है. गूगल सर्च से लेकर बिजनेस तक अंग्रेजी की जरूरत है. भाजपा के नेता डरते हैं कि कही आदिवासी अंग्रेजी ना बोलने लगे इसलिए भाजपा हिंदी पढ़ो कहते हैं. इसलिए भाजपा आदिवासी को वनवासी कहते हैं, लेकिन हमने स्वामी आत्मानंद में अंग्रेजी पढ़ने के लिए खोला है, ताकि आदिवासी के बच्चे अंग्रेजी सीखे. राहुल गांधी ने आगे कहा, सारे के सारे भाजपा नेता के बच्चे अंग्रेजी मीडियम में पढ़ते हैं, वो चाहते हैं कि आदिवासी अंग्रेजी न सीखे, अगर सिख गए तो वो पायलट बनेंगे. अलग-अलग काम करेंगे, वनवासी शब्द को कांग्रेस मिटाकर रखेगी, भाजपा की हिम्मत नहीं होगी वनवासी कहने की. हम आदिवासी के साथ खड़े हैं. आपकी जमीन छीनने नही देंगे. आखरी में राहुल गांधी ने कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया.