
पटना (khabargali) बिहार में गुरुवार को बिजली गिरने से 21 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 6 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में गोपालगंज के 11, सीवान के 4 और मोतिहारी, मधुबनी और बेतिया के 2-2 लोग शामिल हैं। इसके अलावा सीवान के भगवानपुर और अरुआ गांव में आकाशीय बिजली गिरने से मकान ध्वस्त हो गया। गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड में अलग-अलग जगहों पर खेत में काम कर रहे सात लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा बरौली में दो, सोनबरसा और खजूरिया में एक-एक मौत हुई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए 12 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल है।
मौसम विभाग के मुताबिक देश में तीन सिस्टम सक्रिय है। उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में आगे बढ़ेगा और बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश तराई क्षेत्रों के करीब पहुंचेगा। मानसून ट्रफ भी 27 जून तक तराई क्षेत्रों में रहेगा। इस वजह से बिहार में भारी बारिश की संभावना है।
आकाशीय बिजली से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान, बच जाएगी जान
आकाश से गिरने वाली बिजली हर साल देश भर में सैकड़ों लोगों की जान लेती हैं।आकाशीय बिजली की प्रक्रिया कुछ सेंकेड के लिए होती है, लेकिन इसमें इतने ज्यादा बोल्ट का करंट होता है कि आदमी की जान लेने के लिए काफी होता है। क्योंकि इसमें बिजली वाले गुण होते हैं तो ये वहां ज्यादा असर करती है, जहां करेंट का प्रवाह होना संभव होता है। आकाश से गिरी बिजली किसी न किसी माध्यम से जमीन में जाती है, और उस माध्यम में जो जीवित चीजें आती हैं, उनको नुकसान पहुंचता है। लेकिन अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो खुले आसमान के नीचे रहकर भी आसमान से गिरने वाली बिजली से अपनी जान बचाई जा सकती है।
आकाशीय बिजली ज्यादातर बरसात के दिनों में गिरती है। इसकी चपेट में वो लोग आते हैं जो खुले आसमान के नीचे, हरे पेड़ के नीचे होते हैं, पानी के करीब होते हैं या फिर बिजली और मोबाइल के टॉवर के नजदीक होते हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) द्वारा जारी एक जागरुकता वीडियो में लोगों को इससे बचने के उपाय बताए गए हैं।
https://youtu.be/vbs8GiHQgm4
1. अगर आसमान में बिजली कड़क रही है और आप घर के बाहर हैं तो सबसे पहले सुरक्षित (मजबूत छत) वाली जगह तक पहुंचने का प्रयास करें।
2. अगर ऐसे संभव नहीं है तो तुरंत पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर आदि से दूर हट जाएं।
3. आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें, ताकि बिजली की तेज आवाज़ से कान के पर्दे न फट जाएं।
4. अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर जमीन पर पर उकड़ू बैठ जाएं।
5. अगर इस दौरान आप एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे का हाथ पकड़कर बिल्कुल न रहें, बल्कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें।
6. छतरी या सरिया जैसी कोई चीज हैं तो अपने से दूर रखें, ऐसी चीजों पर बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
7. पुआल आदि के ढेर से दूर रहें, उसमें आग लग सकती है।
क्या है आकाशीय बिजली
कड़क के साथ आसमान से गिरने वाली बिजली को तड़ित कहते हैं। अंग्रेजी में इसे Lightning कहते हैं। आकाश में बादलों के बीच तब टक्कर होती है, यानि घर्षण होने से अचानक इलेक्ट्रोस्टैटिक चार्ज निकलती है, ये तेजी से आसमान से जमीन की तरफ आता है। इस दौरान हमें तेज़ कड़क आवाज़ सुनाई देती है और बिजली की स्पार्किंग की तरह प्रकाश दिखाई देता है। इसी पूरी प्रक्रिया को आकाशीय बिजली कहते हैं। आकाशीय बिजली के गिरने से लोगों की इंसानों के साथ पशु-पक्षियों तक की मौत हो जाती है, हरे पेड़ तक गिर जाते हैं। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से बचाव संभव है।
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