खालिस्तानियों की इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को निशाना बनाया भारतीय हैकरों ने
लंदन (khabargali) खालिस्तानी अमृतपाल सिंह के खिलाफ भारत में ताबड़तोड़ पुलिस कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई के बीच प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' तथाकथित 'रेफरेंडम 2020' आयोजित कर रहा है। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में लंदन में भारतीय हाई कमीशन में तोडफ़ोड़ की गई। रविवार शाम को सैंकड़ों की संख्या में खालिस्तान समर्थक हाई कमीशन के बाहर जमा हुए। बिल्डिंग में घुसे और तिरंगा उतार दिया। भारत ने इस पर सख्त एतराज जताया और दिल्ली में ब्रिटिश हाई कमिश्नर को तलब किया। विदेश मंत्रालय के विरोध के बाद इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने खालिस्तानियों को कड़ा जवाब देते हुए अब पहले से ज्यादा ऊंचाई पर एक विशाल तिरंगा उच्चायोग पर लहरा दिया है।
बता दें कि रविवार को कुछ खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। हालांकि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने गजब की हिम्मत दिखाते हुए खालिस्तानियों का विरोध किया और खालिस्तानी झंडे को फहराने की कोशिश कर रहे युवक से खालिस्तानी झंडा लेकर फेंक दिया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है और लोग भारतीय उच्चायोग के अधिकारी की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं।
इससे पहले हाई कमीशन पहुंचे खालिस्तान समर्थकों के हाथ में खालिस्तानी झंडा और अमृतपाल सिंह के पोस्टर थे। पोस्टर्स पर लिखा, फ्री अमृतपाल सिंह (अमृतपाल सिंह को आजाद करो), वी वॉन्ट जस्टिस (हमें न्याय चाहिए) और वी स्टैंड विथ अमृतपाल सिंह (हम अमृतपाल के साथ हैं)। एक शख्स को खालिस्तान जिंदाबाद कहते हुए भी सुना गया।
घटना पर भारत ने जताया कड़ा विरोध
भारत के विदेश मंत्रालय ने पूरे मामले पर सख्त आपत्ति जताई है। मंत्रालय ने कहा- हाई कमीशन के बाहर पर्याप्त सुरक्षा क्यों नहीं लगाई गई? सिक्योरिटी की कमी के चलते ही खालिस्तानी अंदर घुस पाए। ब्रिटेन में भारतीय डिप्लोमैट्स और एंबेसी की सुरक्षा को लेकर ब्रिटिश सरकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। यह सीधे तौर पर वियना कन्वेंशन के नियमों का उल्लंघन है। हमें उम्मीद है कि इसपर तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
भारतीय हैकरों ने दिखाया कमाल
इधर ऑस्ट्रेलिया में भारत विरोधी अभियान चला रहे खालिस्तान समर्थकों को भारतीयों से करारा जवाब मिला है। दरअसल, ब्रिसबेन शहर में रविवार को खालिस्तानी कथित 'जनमत संग्रह' का दूसरा चरण आयोजित कर रहे थे। इस दौरान भारतीय साइबर हैकरों ने इस कथित जनमत संग्रह पर जोरदार हमला बोल दिया। एक के बाद एक कई बार भारतीय हैकरों ने खालिस्तानियों की इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को निशाना बनाया। इससे खालिस्तानियों को मजबूरन कई बार अपने वोटिंग को रोकना पड़ा। यह वोटिंग ऐसे समय पर आयोजित की गई जब खालिस्तानी अमृतपाल सिंह के खिलाफ भारत में ताबड़तोड़ पुलिस कार्रवाई की जा रही है।
कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी हुए हैं हमले
रविवार की घटना कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा इसी तरह की कट्टरपंथी कार्रवाइयों के बाद हुई है। पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में भारत के वाणिज्य दूतावास को सुरक्षा चिंताओं के कारण बुधवार को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। खालिस्तान समर्थकों ने एक अनधिकृत सभा की और कार्यालय में प्रवेश को रोक दिया था।
- Log in to post comments