दिसंबर में बारिश का 11 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा..

Weather alert, 11 year old record of rain broken in December, hail, Raipur, Chhattisgarh, Khabargali

वेदर अलर्ट: आज भी तेज हवा के साथ बरसेंगे बादल

दुर्ग में पारा 4 डिग्री लुढ़का, राजनांदगांव, भिलाई, कवर्धा में बारिश के साथ गिरे ओले

रायपुर (khabargali) मंगलवार शाम मौसम ने अचानक ही अपना मिजाज बदल लिया। देखते ही देखते रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा आदि जिलों में तेज आंधी व गरज चमक के साथ तेज बारिश हुई जो अब भी जारी है। बारिश की वजह से तापमान में अचानक तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के उन क्षेत्रों में जिसकी ऊंचाई 1.5 किलोमीटर पर है. पूर्व दिशा की ओर आगे बढ़ने के कारण पूर्वी मध्यप्रदेश में द्रोणिका है और इसके प्रभाव से उत्तर छत्तीसगढ़ में अनेक स्थान पर ओले के साथ बारिश हुई । सरगुजा जैसे कई क्षेत्रों से आई तश्वीरों ने हिमाचल प्रदेश सा भ्रम पैदा किया। वहाँ गिरे ओले से पूरी सड़क और खेत पट गए। नीचे देखें तश्वीर-

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राजधानी में बारिश का रिकॉर्ड टूटा

लोगों को अंदाजा नहीं था कि दिसंबर के महीने में इस कदर बारिश हो सकती है,राजधानी में लोग घरों में दुबक कर रह गए हैं। दफ्तरों से लकर हाट बाजारों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। दिसंबर में अब तक की सबसे भारी बारिश साबित हो रही है। सबसे अधिक बारिश रायपुर में दर्ज हुई है। यहां एक नया रिकॉर्ड बना है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड में 9 दिसंबर 2010 को 24 घंटे के दौरान रायपुर में 64.1 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड था। मंगलवार शाम से बुधवार सुबह 8.30 बजे तक ही यहां 66 मिलीमीटर पानी गिर चुका है। यह बारिश दोपहर दो बजे तक लगातार जारी हैं मतलब यह आंकड़ा और भी आगे निकल चुका है। वहीं बारिश के आसार अब भी बने हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बारिश के आंकड़़ों के मुताबिक बुधवार सुबह 8.30 बजे तक रायपुर केंद्र पर 66 मिमी पानी गिरा। वहीं माना हवाई अड्डे के पास 50 मिमी और कृषि विश्वविद्यालय के पास लाभांडी में 52 मिमी बारिश मापी गई है। बिलासपुर में 20, पेण्ड्रा में 25 और अम्बिकापुर में 22.8 और राजनांदगांव में 53 मिमी पानी गिरा है। कोरिया, जशपुर, कोरबा, कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, महासमुंद, बीजापुर और धमतरी जिलों में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है।

मौसम विभाग ने 2 दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तेज बारिश और आंधी सहित ओले गिरने की चेतावनी जारी की थी। मंगलवार को जहां दिन में उमस और गर्मी का लोगों ने ऐसा किया तो वहीं बारिश के बाद पारा अचानक 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और फिर से ठंड लौट आई।

आगे कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग ने धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, बालोद, राजनांदगांव में बादलों की गरज के साथ तेज बारिश का अनुमान जताया है। एक-दो जगहों पर आकाशीय बिजली और ओला गिरने की भी आशंका जताई जा रही है। जिन क्षेत्रों में सुबह आसमान थोड़ा साफ रहा या पानी नहीं गिरा वहां घना कोहरा छा गया। आसमान साफ होने के बाद कोहरा अधिक घना होगा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 29 दिसंबर को भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश और गरज चमक के साथ आंधी चलने की संभावना है।

कैसा रहेगा 31 दिसंबर

मौसम वैज्ञानिक एसपी चंद्रा ने बताया कि 31 दिसंबर को मौसम साफ रहने की संभावना है। उससे पहले प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बदली छाई रहने के साथ ही हल्की बारिश होने की संभावना है। इससे यहां के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं 31 दिसंबर के बाद या कहें नए साल पर तापमान में कुछ वृद्धि दर्ज की जाएगी।

इसलिए हो रही बारिश

ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवर्ती घेरा से हो रही बारिश मौसम वैज्ञानिक के अनुसार ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती खेरा दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास लगभग डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। वहीं दक्षिण पश्चिम राजस्थान से उत्तर तेलंगाना तक विदर्भ होते हुए एक द्रोणिका भी 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवर्ती घेरा उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई तक स्थित है। इन सब के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में तेज हवा व गरज चमक के साथ बारिश हुई है और आने वाले दो दिनों में और भी बारिश की संभावना है।

मुख्यमंत्री का जिला कलेक्टरों को निर्देश..

 कल से राज्य में हो रही लगातार बारिश को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान में लेते हुए असमायिक वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों को और घरों को हुए नुकसान का त्वरित आंकलन किए जाने का निर्देश जिला कलेक्टरों को दिया है। उन्होने कहा है कि वर्षा और ओला वृष्टि से संग्रहण केन्द्रों में रखे धान को बचाने के लिए केप कव्हर लगाए जाएं तथा पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सभी जिलों में कोविड टेस्टिंग बढ़ाई जाए।अस्पतालों में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं।

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