
नई दिल्ली (खबरगली) दिल्ली एयरपोर्ट पर रविवार को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जब अफगानिस्तान का 13 वर्षीय बच्चा विमान के लैंडिंग गियर में छिपकर भारत पहुंच गया। रविवार सुबह 11:10 बजे एयरलाइन के सुरक्षा कर्मियों ने बच्चे को विमान के पास घूमते देखा। पूछताछ में बच्चे ने बताया, वह अफगानिस्तान के कुंदुज का रहने वाला है और बिना टिकट विमान के लैंडिंग गियर के हिस्से में छिपकर आया था।
सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ के बाद बच्चे को वापसी की फ्लाइट में काबुल भेज दिया। बच्चा रविवार सुबह 8.46 बजे काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुआ और 10.20 बजे पहुंचा। यानी करीब डेढ़ घंटे तक वह लैंडिंग गियर में बैठा रहा। पूछताछ में बच्चे ने यह भी बताया कि वह ईरान जाना चाहता था, लेकिन गलती से भारत आने वाली फ्लाइट में चढ़ गया। वह यात्रियों की गाड़ी के पीछे-पीछे एयरपोर्ट में घुसा और विमान के व्हील वेल में खुद को छुपा लिया।
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, विमान के व्हील वेल में जगह बेहद कम होती है और उड़ान के दौरान यहां ऑक्सीजन की कमी व तापमान माइनस 40 से 60 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। ऐसी स्थिति में यात्री बेहोश हो जाते हैं या मौत भी हो सकती है। हालांकि इस लड़के का सफर अपेक्षाकृत कम ऊंचाई पर रहा, जिससे वह जिंदा बच गया। घटना ने एयरपोर्ट सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहले भी हुई ऐसी घटनाएं
-1999 में अफ्रीकी देश गिनी के दो किशोर— यागुइन कोइता और फोडे तुनकारा बेल्जियम जा रहे विमान में ऐसे ही छिपे थे, लेकिन ऑक्सीजन की कमी और कड़ाके की ठंड से उनकी मौत हो गई।
-2024 में यूनाइटेड एयरलाइंस की शिकागो से हवाई जा रही फ्लाइट के व्हील वेल में एक शख्स का शव मिला। शख्स छिपकर जा रहा था।
76 प्रतिशत मामलों में जान गई
1947 से 2015 तक 113 प्रयास दर्ज हुए, जिनमें से 76 प्रतिशत मामलों में लोगों की मौत हुई। दुर्लभ परिस्थितियों में ही कुछ लोग जिंदा बच पाए।
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