
तीस हजारी अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने पेश होकर दर्ज करवाया अपना बयान
आप पार्टी ने कहा-स्वाति मालीवाल इस षड्यंत्र का चेहरा और मोहरा थीं
...जानें पूरा घटनाक्रम
नई दिल्ली (khabargali) आम आदमी पार्टी (आप) की सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर सोमवार को मालीवाल पर कथित हमले पर मुख्यमंत्री के सहयोगी बिभव कुमार के खिलाफ तीस हजारी अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने पेश होकर दर्ज करवाया अपना हैरान करने वाला बयान दर्ज करवाया जिसके बाद राजनीति गलियारे में हड़कंप मच गया है। दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की और कुमार को मामले में आरोपी बनाया।
यह बयान दर्ज कराया
दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी में मालीवाल ने कथित हमले के संबंध में कहा कि वह सोमवार सुबह नौ बजे केजरीवाल से उनके सरकारी आवास पर मिलने गई थीं। घटनाक्रम को याद करते हुए, उसने पुलिस को बताया कि वह कैंप कार्यालय के अंदर गई और कुमार को फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वह आवासीय क्षेत्र की ओर गईं और कर्मचारियों से केजरीवाल को उनके आगमन के बारे में सूचित करने को कहा। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद है और मुझे ड्राइंग रूम में प्रतीक्षा करने के लिए कहा गया। जब वह केजरीवाल का प्रतीक्षा कर रही थीं, तभी कुमार कमरे में घुस आए और ‘बिना किसी उकसावे के मुझ पर चिल्लाने लगे और यहां तक कि मुझे गालियां भी देने लगे।’ प्राथमिकी में कहा गया कि तू कैसी हमारी बात नहीं मानेगी? कैसे नहीं मानेगी? ...तेरी औकात क्या है कि हमको ना कर दे। समझती क्या है खुद को ...औरत? तुझे तो हम सबक सिखाएंगे। प्राथमिकी में उन्होंने कहा कि उसकी ओर से ‘बिना किसी उकसावे के’ कुमार ने अपनी ‘पूरी ताकत’ से उन्हें ‘थप्पड़’ मारना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि उसने मुझे कम से कम सात-आठ थप्पड़ मारे जबकि मैं लगातार चिल्ला रही थी। मैं बिल्कुल सदमे में थी और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थी। खुद को बचाने के लिए, उसे अपने पैरों से दूर धकेल दिया। उन्होंने आगे कहा कि तभी वह मुझ पर झपटा, बेरहमी से मुझे घसीटा और जानबूझ कर मेरी शर्ट ऊपर खींच दी। मेरी शर्ट के बटन खुल गये और शर्ट ऊपर आ गयी। मैं फर्श पर गिर पड़ी और मेरा सिर सेंटर टेबल से टकरा गया। मैं मदद के लिए लगातार चिल्ला रही थी लेकिन कोई नहीं आया। उसने आरोप लगाया कि कुमार ‘रुका नहीं और मेरे सीने, पेट’ और शरीर के निचले हिस्से पर लात मारकर मुझ पर हमला किया। उन्होंने प्राथमिकी में कहा कि मुझे अत्यधिक दर्द हो रहा था और मैं उसे रुकने के लिए कहती रही। मेरी शर्ट ऊपर हो रही थी, लेकिन फिर भी उसने मुझ पर हमला करना जारी रखा। मैंने उससे बार-बार कहा कि मुझे माहवारी हो रही है जिसकी वजह से बहुत दर्द है लेकिन इसके बावजूद वह नहीं रुका। घटना के बाद, उन्होंने कहा कि वह ‘इस अकारण हमले से भयानक सदमे की स्थिति में थी’। मुझे चलने में भी दिक्कत हो रही है।
उस समय को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि वह ‘गहरे सदमे’ में थी और उन्होंने घटना की जानकारी देने के लिए आपातकालीन नंबर 112 पर फोन किया। बिभव ने मुझे धमकाते हुए कहा कि कर ले जो तुझे करना है, तू हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती, तेरी हड्डी पसली तुड़वा देंगे और ऐसी जगह गाड़ेंगे किसी को पता भी नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि कुमार यह जानने के बाद कमरे से चला गया कि उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन को फोन किया था, लेकिन मुख्यमंत्री के शिविर कार्यालय के मुख्य द्वार पर काम करने वाले सुरक्षा कर्मियों के साथ लौट आया। प्राथमिकी में उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने ‘कुमार के कहने पर’ उन्हें जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह उन्हें बताती रही कि उन्हें ‘बेरहमी से पीटा गया’ और उनसे पीसीआर वैन आने तक प्रतीक्षा करने को कहा। उसने कहा कि वह पीसीआर कर्मियों की मदद से एक ऑटोरिक्शा में बैठीं। उन्होंने कहा कि मैं वहां (सिविल लाइंस पुलिस थाना) पहुंची और थाना प्रभारी के कमरे में बैठ गई, जहां मैं रो रही थी और थाना प्रभारी को घटना के बारे में जानकारी दी।
कठोरतम कार्रवाई की मांग की
पूर्व में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकीं मालीवाल ने कहा कि उनकी स्थिति इस तथ्य से और भी बदतर हो गई है कि उन्होंने जीवन भर महिलाओं के मुद्दों के लिए काम किया और लाखों महिलाओं को न्याय दिलाने में मदद की, उन्हें एक ऐसे व्यक्ति द्वारा बेरहमी से पीटा गया जिसे मैं लंबे समय से जानती हूं। प्राथमिकी में कहा गया कि मैं इस घटना से बहुत परेशान हूं और व्यथित हूं कि कोई इस तरह का ‘गुंडा’ व्यवहार दिखा सकता है। उन्होंने इस मामले में कठोरतम कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली पुलिस, फॉरेंसिक विशेषज्ञ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे
दिल्ली पुलिस की एक टीम फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के मामले में शुक्रवार शाम यहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। टीम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (उत्तर) अंजिता चेप्याला कर रही हैं और इसमें तीन पुलिस अधिकारी हैं। उनके साथ पांच फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी हैं। टीम मुख्यमंत्री के आवास से सबूत और सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर सकते हैं, जहां सोमवार सुबह मालीवाल पर कथित तौर पर हमला किया गया था।
सुरक्षा कर्मचारियों के साथ बहस का वीडियो हुआ वायरल
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास का एक कथित वीडियो, जिसमें कथित हमले के समय मालीवाल 52 सेकंड के वीडियो में मुख्यमंत्री के आवास में सुरक्षाकर्मियों से बहस करती नजर आ रही हैं। यह वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ।
‘राजनीतिक हिटमैन’ खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है : मालीवाल
केजरीवाल के आवास का कथित सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) की सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को कहा कि ‘राजनीतिक हिटमैन’ ने स्वयं को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि इसे लगता है कि वह इस अपराध को अंजाम देने के बाद अपने लोगों से ट्वीट कराके और संदर्भहीन वीडियो साझा करके खुद को बचा लेगा। कोई किसी को पीटते हुए वीडियो बनाता है भला? घर के अंदर की और कमरे की सीसीटीवी फुटेज की जाँच होते ही सत्य सबके सामने होगा।
महिला आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए बिभव कुमार
बिभव कुमार आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के सिलसिले में शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के समक्ष पेश नहीं हुए। एनसीडब्ल्यू का एक दल जब दिल्ली पुलिस के साथ शुक्रवार को फिर से उन्हें नोटिस देने गया, तो घर के निवासियों उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। अधिकारियों ने नोटिस उनके आवास के गेट पर चिपका दिया। सुनवायी 18 मई को एनसीडब्ल्यू कार्यालय में होनी है। एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि केजरीवाल स्पष्ट रूप से बिभव का पक्ष ले रहे हैं।
स्वाति मालीवाल इस षड्यंत्र का चेहरा और मोहरा थीं : आतिशी
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि स्वाति मालीवाल इस षड्यंत्र का चेहरा और मोहरा थीं। स्वाति मालीवाल 13 मई को बिना अपॉइंटमेंट के सीएम आवास पहुंचीं। उनका इरादा सीएम केजरीवाल को फंसाने का था। वह नहीं थे, इसलिए वह बच गए. फिर स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार पर आरोप लगाए। आज सामने आया वीडियो उनकी पोल खोलता है। जब से अरविंद केजरीवाल को बेल मिली है, तब से बीजेपी बौखलाई हुई है। इसी बौखलाहट के तहत एक साजिश रची. इस साजिश के तहत स्वाति मालीवाल को सीएम आवास भेजा गया।
स्वाति मालीवाल ने" आप" के आरोप पर पलटवार किया
अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर स्वाति मालीवाल ने पलटवार किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "पार्टी में कल के आए नेताओं से 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को BJP का एजेंट बता दिया। दो दिन पहले पार्टी ने PC में सब सच क़बूल लिया था और आज U-Turn. ये गुंडा पार्टी को धमका रहा है, मैं अरेस्ट हुआ तो सारे राज़ खोलूंगा। इसलिए ही लखनऊ से लेकर हर जगह शरण में घूम रहा है।आज उसके दबाव में पार्टी ने हार मान ली और एक गुंडे को बचाने के लिए पूरी पार्टी से मेरे चरित्र पर सवाल उठाए गए। कोई बात नहीं, पूरे देश की महिलाओं के लिए अकेले ही लड़ती आई हूं, अपने लिए भी लड़ूंगी।जमकर करैक्टर असैसीनैशन करो, वक़्त आने पर सब सच सामने आएगा!
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