महन्त महाविद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस..जानें क्यों मनाते हैं संविधान दिवस

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रायपुर (khabargali ) स्थानीय गांधी चौक स्थित महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय में आज समस्त छात्र छात्राओं ने साक्षरता विधिक के अंतर्गत  संविधान दिवस मनाया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से वक्ता के रूप में एडीजे श्री अनिल पांडे जी एवं समीर कपूर जी सम्मिलित हुए, उन्होंने छात्र छात्राओं को दैनिक जीवन में होने वाले अनेक छोटी गलतियों के बड़े सबक के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। प्रमुख रूप से एंटी रैगिंग व बीमा के संबंध में छात्र छात्राओं को विस्तृत जानकारी प्रदान की, साथ ही ब्लैंक चेक व अन्य चेक के माध्यम से किसी भी प्रकार की वह व्यवहार करने के पूर्व आवश्यक जानकारी संबंधी टिप्स प्रदान किए। वही कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ देवाशीष मुखर्जी ने संविधान दिवस की बधाई देते हुए बच्चों को अनुशासन में रहकर समाज को  आगे बढ़ाने की बात कही। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक ललित मोहन वर्मा अनुपमा जैन सुधीर जैन व श्वेता प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए।

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 जानिए क्यों मनाते हैं 26 नवंबर को संविधान दिवस

 उल्लेखनीय है कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था। संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ। इसमें संविधान सभा के 207 सदस्य थे। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ बी आर अंबेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। आपको बता दें कि सविधान सभा के सदस्यों ने हाथ ले लिखी गई दो कॉपियों (हिंदी और अंग्रेजी) पर हस्ताक्षर किए।  26 नवंबर को सभी स्कूलों में संविधान दिवस मनाया जाएगा। इस बार का संविधान दिवस बेहद खास होने जा रहा है।

फैक्ट फाईल

1. भारत के संविधान निर्माता के डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया है। यह दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया। 
2. सरकार ने 19 नवंबर, 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था।
3.इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं।
4. यह हस्तलिखित संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल हैं। इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक्त लगा था।
5.इसके लिए 29 अगस्त 1947 को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करनेवाली समिति की स्थापना की गई थी और इसके अध्यक्ष के तौर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की नियुक्ति हुई थी।
6.संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति हिंदी और अंग्रेजी दोनों में ही हस्तलिखित और कॉलीग्राफ्ड थी। इसमें किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंट का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
7. संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षप किए । दो दिन बाद इसे लागू किया गया था।
8. इस दिन स्कूल-कालेजों में छात्र-छात्राओं को संविधान की प्रस्तावना एवं मौलिक कर्तव्यों की जानकारी दी जाती है।
9.संविधान दिवस मनाने का मकसद नागरिकों को संविधान के प्रति सचेत करना, समाज में संविधान के महत्व का प्रसार करना है।