नई दिल्ली ( khabargali) एनडीए एवं यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी गयी है। झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है, वहीं विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाये गये हैं। इन दोनों का झारखंड से रिश्ता रहा है। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रही हैं, वहीं पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा हजारीबाग से सांसद रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बीजेपी ने पार्टी की तरफ से संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी। पीएम नरेंद्र मोदी भी बैठक में मौजूद रहे। जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नाम पर घोषणा की। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
1997 में रायरंगपुर में पार्षद का चुनाव जीता था
ओडिशा के मयूरभंज में 20 जून 1958 को जन्मी मुर्मू ने भुवनेश्वर के रमादेवी कॉलेज से बीए किया है। सियासत में आने से पहले 1979 से 1983 तक उन्होंने ओडिशा के सिंचाई विभाग में बतौर जूनियर असिस्टेंट काम किया था। वहीं, 1994-1997 तक वह रायरंगपुर के श्री अरबिंदो इंटिग्रल एजुकेशन सेंटर में ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर भी रह चुकी हैं। 1997 में उन्होंने रायरंगपुर में पार्षद का चुनाव जीता और वहां की वाइस-चेयरपर्सन बनीं। 1997 में ही वह बीजेपी की राज्य अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष भी बनीं थीं।
रायरंगपुर से दो बार MLA और एक बार राज्यमंत्री रहीं
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा बीजेपी की बड़ी आदिवासी नेता के रूप में जानी जाती रही हैं। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी नियुक्त की गई थीं। एक राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल कभी विवादों में नहीं रहा। इससे पहले वह ओडिशा के रायरंगपुर से दो बार MLA और एक बार राज्यमंत्री रहीं।
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा
वहीं, विपक्ष ने भी आज राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम पर मुहर लगा दी है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बताया कि हम 27 जून को सुबह 11:30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्ष की ओर से उम्मीदवार बनाया गया है।
हजारीबाग से रहे हैं सांसद
यशवंत सिन्हा को जून 1996 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया। मार्च 1998 में यशवंत सिन्हा को अटल बिहारी वाजपेयी ने देश का वित्त मंत्री बनाया। 22 मई 2004 तक संसदीय चुनावों के बाद नयी सरकार के गठन तक वे विदेश मंत्री रहे। हजारीबाग लोकसभा सीट से वह सांसद भी बने। 2004 में वह हजारीबाग सीट से हार गये। वर्ष 2005 में वह फिर संसद पहुंचे। 13 जून 2009 को उन्होंने भाजपा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
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