नई दिल्ली/रायपुर (khabargali) रजा न्यास नई दिल्ली द्वारा दो दिवसीय आयोजन 'युवा 2024' के पहले दिन रायपुर की युवा समीक्षक जीतेश्वरी ने श्रीकांत वर्मा पर अपना आलेख प्रस्तुत किया। अपने इस आलेख में जीतेश्वरी ने श्रीकांत वर्मा की कविताओं पर एक समीक्षात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की। इस आयोजन में रजा न्यास द्वारा देश भर के पचास युवा कवियों और समीक्षकों को दिल्ली आमंत्रित किया गया था।
दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस 'युवा 2024' में धर्मवीर भारती, विजयदेव नारायण साही, धूमिल, रघुवीर सहाय, राजकमल चौधरी, अजीत कुमार, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, कमलेश तथा श्रीकांत वर्मा पर देश भर से आए हुए युवाओं ने अपने आलेख प्रस्तुत किए। जीतेश्वरी ने पहले दिन ही हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि श्रीकांत वर्मा पर अपना सारगर्भित आलेख प्रस्तुत किया।जीतेश्वरी के इस आलेख को हिंदी के वरिष्ठ कवियों तथा समीक्षकों द्वारा विशेष रूप से सराहा गया।
इस अवसर पर श्रीकांत वर्मा की पुत्रवधु अंका वर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित थीं। इस आयोजन में हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि समीक्षक विजय कुमार, अरुण कमल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, ज्योतिष जोशी, आशुतोष कुमार, संजीव कुमार, विष्णु नागर और अरुण देव जैसे हिंदी के वरिष्ठ कवि समीक्षक उपस्थित थे।
विदित हो कि जीतेश्वरी द्वारा श्रीकांत वर्मा पर आलेख प्रस्तुत किए जाने की सूचना मिलने पर श्रीकांत वर्मा के सुपुत्र अभिषेक वर्मा तथा पुत्रवधु श्रीमती अंका वर्मा ने उन्हें न केवल नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर आमंत्रित किया वरन् श्रीकांत वर्मा रचनावली के आठ खंड भेंट कर उसे सम्मानित भी किया।
जीतेश्वरी का मानना है कि रजा न्यास द्वारा आयोजित यह यादगार आयोजन 'युवा 2024’ देश भर के युवाओं के लिए एक उपलब्धि है। इसके लिए वरिष्ठ साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की है। विदित हो कि जीतेश्वरी हिंदी कहानी पर शोध कर रही है तथा वर्तमान में जनसंपर्क विभाग रायपुर में कॉपी राइटर के पोस्ट पर कार्यरत हैं।
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