रायपुर (khabargali) वर्तमान लॉकडॉउन की वजह से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है। लॉकडाउन से उपजे संकट और कोरोना के भय से देश भर में फैले 10 करोड़ से ज्यादा श्रमिक घर लौटने के जद्दोजहद में लगे है। भविष्य में बहुआयामी परेशानियां आने वाली है,कारखानों में मजदूर नहीं होंगे,मजदूरों के पास काम नहीं होगा तथा उसे दुरुस्त करने के लिए हमें बड़े फंड की जरूरत पड़ेगी। प्रधानमंत्रीजी मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपयों का फंड कोरोना महामारी का मुकाबला करने हेतु मुहैया कराया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने दिल खोलकर PMCARES फंड में दान देने हेतु भी अपील की है। पिछले कुछ दिनों से पीएम केयर्स फंड को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है तथा कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी जी से हिसाब मांगना भी शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने इस मुद्दे पर एक बुलेटिन जारी कर मे कैसे PMCARES में सबका अधिक से अधिक योगदान हो सकें उस हेतु कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिया है जिसे यहां प्रस्तुत किया जा रहा है -
एक पुरानी कहावत है When the going gets TOUGH the TOUGH get GOING हम भारतीयों को प्रतिकूल परिस्थितियों में जीने का बहुत तजुर्बाँ है। इसलिए हम प्रतिकूल हालातों में बेहतर सिद्ध होते हैं। हमारे समाज में दान देने की अकूट प्रवृत्ति है और इसीलिए PMCARES, CM Funds एवं विभिन्न सामाजिक कार्यों में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। संक्षेप में हम भारतवासी दानवीर हैं, फिर भी हम थर्ड वर्ल्ड कंट्री हैं क्योंकि हम वेस्ट (Waste) बहुत करते हैं। हम भोजन बर्बाद करते हैं, पेट्रोल वेस्ट करते हैं, समय बर्बाद करते हैं और अक्सर अपॉर्चुनिटी भी वेस्ट कर देते हैं। PMCARES फंड के साथ भी यह वेस्ट होने वाला डर हमें सताता रहता है इसलिए करोड़ों लोग अभी दान देने हेतु आगे नहीं आ रहे हैं।
हम निम्नलिखित सुझाव दे रहे है तथा माननीय प्रधानमंत्री जी से निवेदन करती है इन पर संज्ञान लेने का कष्ट करें।
PMCARES का एक APP बनना चाहिए जो TWITTER जैसा हो। जिसमें कम से कम निम्नलिखित फीचर्स हो -
1. अगर कोई व्यक्ति ₹10 भी दान करता है तो उसे उसके नाम से दिखे।
2. टॉप ट्रेंडिंग में बड़े दानदाताओं के नाम अलग से दिखे
3. फ्रंट स्क्रीन पर कलेक्शन का लाइव स्कोर बोर्ड दिखे
4. विभिन्न प्रदेश सरकारों का प्रपोजल एवं विभिन्न कार्यों में किया गया खर्चा भी इसी ऐप में दिखे।
5. अगर किसी का कोई सुझाव है या शिकायत है तो वह अपने आधार कार्ड नंबर एवं पासवर्ड से लॉगिन करके उसे रजिस्टर करा सके एवं उसका फीडबैक भी उसे मिले।
6. PMCARES APP से हर दानकर्ता को एक सर्टिफिकेट मिले जिसे वह डाउनलोड करके अपने शोकेस पर रख सकता है।
7. सर्टिफिकेट का कैटेगरी ब ब्रोंज, सिल्वर, गोल्ड, प्लैटिनम इत्यादि हो सकता है।
8. PMCARES एवं सीएम फंड अलग अलग होने से बड़ा कंफ्यूजन होता है अतः हमारा सुझाव है की एक केंद्रीकृत (सेंट्रलाइज) PMCARES फंड होना चाहिए तथा PMCARES फंड ही राज्य सरकारों को अलग-अलग मदों पर फंड आवंटित करें।इसका संपूर्ण लेखा-जोखा उपरोक्त ऐप में हर किसी को दिखे ऐसी व्यवस्था भी करनी होगी।
इस ऐप को मूर्त रूप देने के लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी की तरफ से हम वॉलिंटियर करते हैं। इस सुझाव के अतिरिक्त हम PMCARES में किस प्रकार अधिक से अधिक धन इकट्ठा हो एवं उसका एक बहुत बड़ा भाग भारत की चिकित्सा व्यवस्था को सुधारने के लिए उपयोग होना चाहिए उस हेतु निम्नलिखित सुझाव दे रहे हैं।
1 . महाराष्ट्र के कुछ नेताओं ने मंदिरों से जबरिया धन एवं सोना ऐठने का सुझाव दिया है; जिसकी हम निंदा करते हैं। चूंकि हमारे मंदिरों के ट्रस्ट ने PMCARES FUND में दान देना शुरू कर दिया है। हम आग्रह करते हैं कि हमारे मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध, सिख भाई भी किसी से कम नहीं है। मुस्लिम वक्फ बोर्ड, मिशनरीज, जैन ट्रस्ट; सब लोग अधिक से अधिक दान दें तथा केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार भी इस बाबत पत्र जारी करें तो स्वत: संज्ञान लेते हुए यह सारे धार्मिक संस्थान PMCARES फंड से जुड़ जाएंगे।
2. सांसदों एवं विधायकों के संदर्भ में है। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान संसद में (545+245 =790) सांसद हैं जिनमें 475 करोड़पति हैं। भारत में कुल 4120 विधायक हैं जिनमें से भी अनगिनत विधायक करोड़पति हैं। छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी का समस्त सांसदों एवं विधायकों से निवेदन है कि वे स्वेच्छा से कम से कम ₹5,00,000 प्रति व्यक्ति तथा 1 वर्ष की तनख्वाह, पेंशन व अन्य सुविधाओं को #PMCARES फंड में DONATE कर दें। मात्र ऐसा करने से हमारे पास करीब तीन लाख करोड़ का फंड इकट्ठा हो जाएगा तथा इससे जनता में अत्यधिक उत्साह जागेगा और यह छोटा सा काम देश के हर व्यक्ति को दान देने हेतु प्रोत्साहित करेगा।
3. देश में जितनी राजनीतिक पार्टी हैं जैसे बीजेपी, इंडियन नेशनल कांग्रेस, आप, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी इत्यादि वह आगे आए और अधिक से अधिक पैसा PMCARES फंड में डोनेट करें।क्योंकि यह देश वासियों का देश वासियों के लिए ही पैसा है। कोरोना महामारी से लड़ाई बहुत लंबी चलने वाली है तथा हमारा सुझाव है कि PMCARES फंड का मुख्य उपयोग देश की चिकित्सा व्यवस्था सुधारने में सबसे पहले किया जाना चाहिए।
वर्तमान में हमारे चिकित्सा संस्थानों की दशा ठीक नहीं है एवं हमारा बजट एलोकेशन हेल्थ के लिए बहुत कम है। हमारे पास जरूरी संसाधनों की कमी है। PMCARES का बहुत बड़ा हिस्सा PPE, वेंटीलेटर, अस्पताल के बेड इत्यादि खरीदने में खर्च हों लेकिन DOCTORS की कमी को भी हमें दुरुस्त करना चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी आपदा में हमें चिकित्सा कर्मियों की कमी ना हो। इस हेतु हम यह सुझाव देना चाहते हैं कि तत्काल प्रभाव से एमबीबीएस की सीटो को दोगुना कर दिया जाए। पीजी के नियमों में ढील देकर पी. जी., Superspeciality एवं फैकल्टी की सीट्स को दोगुना कर दिया जाए। इसी प्रकार बेड, स्टाफ एवं अस्पतालों की कैपेसिटी को तत्काल प्रभाव से दुगना कर दिया जाए और इसका सारा खर्च शुरुआत के 3 सालों तक PMCARES से हो। इस प्रकार हमारे यहां जो सदियों से डॉक्टरों की कमी की एवं चिकित्सा सुविधा कम होने की समस्या है उसमें सुधार होने लगेगा।
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