दोनों ही दलों के आला नेताओं ने किया जीत का दावा
भानुप्रतापपुर (khabargali) भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार मंडावी का 16 अक्टूबर की सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था। उसके बाद इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया औऱ उपचुनाव की घोषणा हुई। इसके बाद से राजनीतिक सरगर्मी बढ़नी शुरू हुई। नामांकन के आखिरी दिन पूरे तामझाम के साथ कांग्रेस भाजपा के प्रत्याशियों ने पार्टी नेताओं के साथ आज फिर से नामांकन किया। सबसे पहले दर्जनों गाडिय़ों का काफिला लेकर भाजपा के लोग नामांकन जमा करने कलेक्टर दफ्तर गए। इसके बाद कांग्रेसियों का भी काफी लंबा काफिला था। एक प्रकार से शक्ति प्रदर्शन कर रहे थे। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस का खास बंदोबस्त था। नामांकन के बाद दोनों ही दलों के आला नेताओं ने दावा किया है कि जीत उनकी ही होगी,इसकी वजह भी वे गिना रहे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के अलावा अन्य पार्टी नेताओं के साथ कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी फूलों से सजी लग्जरी ओपन (खुली छत वाली) कार में कलेक्टोरेट पहुंची।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस राज्य में पिछले चार साल के दौरान हुए कामकाज के आधार पर जनता के बीच वोट मांगने जायेगी,इससे पहले हुए उपचुनाव में लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया और इस बार भी करेंगे और अपने दिवंगत नेता के द्वारा विधानसभा क्षेत्र में बचे कार्यो ंको पूरा करने सावित्री मंडावी को विधानसभा भेजेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी सावित्री मंडावी जीतेंगी। कांग्रेस ने दिवंगत मनोज मंडावी को श्रद्धांजली के रूप में सावित्री मंडावी को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। सावित्री मंडावी उच्च शिक्षित और संवेदनशील महिला हैं। मनोज मंडावी के जनकल्याणकारी कार्यों में अर्धांगिनी के रूप में उनकी सक्रिय भागीदारी रही है। भानुप्रतापपुर की जनता अपने स्वर्गीय विधायक को श्रद्धांजली के रूप में सावित्री मंडावी के पक्ष में मतदान करेगी।
भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम जो पहले भी भानुप्रतापपुर सीट से विधायक रह चुके हैं उन्हें सजे धजे छोटे मालवाहक में सवार कराया गया था। फूलों से सजी इस गाड़ी में कांकेर के सांसद मोहन मंडावी, डा.रमनसिंह ,बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी सवार थे।दूसरी ओर भाजपा की जीत को लेकर डॉ रमन सिंह ने भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस से आदिवासी तंग आ चुके हैं। इसलिए भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को ही प्रचंड बहुमत से विजय मिलेगी। ब्रह्मानंद नेताम भानुप्रतापपुर से साल 2008 में विधायक रह चुके हैं। आदिवासी संगठनों में इनकी पैठ अच्छी मानी जाती है। इस बार भाजपा आदिवासी आरक्षण के मुद्दे के साथ चुनाव में है। नेताम की समाज में पैठ का फायदा भाजपा को मिल सकता है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी कर दिया है। नया विधायक चुनने के लिए पांच दिसंबर को मतदान होगा। आठ दिसंबर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किया जाएगा।
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