मध्य भारत का पहला फूड टेस्टिंग लैब, बनेगा छत्तीसगढ़ में

Food testing lab khabargali

रायपुर(khabargali)। 15 करोड़ की लागत से मध्य भारत का पहला अत्याधुनिक फूड टेस्टिंग लैब की स्थापना नया रायपुर में स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के माध्यम से किया जाएगा जहां अनाज सहित अन्य खाद्य सामग्रियों की लांच की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके साथ ही इन सबको रखने के लिए एक गोडाउन का निर्माण भी किया जाएगा। उक्त बातें स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन अरुण वोरा ने विभागीय अफसरों के साथ हुई चर्चा के बाद कहीं।

उन्होंने कहा कि जब से कोरोना महामारी ने विश्व के साथ भारत और छत्तीसगढ़ में दस्तक दी है तब से राज्य में विकास की गति धमी नहीं है और इस चुनौती भरे दौर में भी स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन लगातार लोगों तक अनाज पहुंचाने का काम कर रही हैं ताकि कोई भी गरीब भूखा न सोए।

श्री वोरा ने बताया कि खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता जांचने के पहले दूसरे राज्य के लैबों में भेजा जाता था और वहां से रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता था और इस कारण धन की बर्बादी के साथ ही समय का भी बर्बादी होती थी। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में टेस्टिंग लैब की स्थापना किए जाने की इच्छा जताई थी और उसी को ध्यान में रखते हुए स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन करीब डेढ़ एकड़ जमीन में 15 करोड़ की लागत से मध्य भारत का पहला शासकीय फूड टेस्टिंग लैब की स्थापना को मंजूरी प्रदान कर दी।

इसके लिए नया रायपुर के सेक्टर 24 में जमीन का आबंटन भी किया जा चुका है जहां पर जल्द निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा। इस लैब में चांवल, धान, फूड आईटम सहित अन्य सभी प्रकार की चीजों की जांच हो सकेंगी साथ ही इसके स्टोरेज के लिए अलग से गोडाउन का निर्माण भी किया जाएगा।

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