शासकीय काव्यॊपाध्याय हीरालाल महाविद्यालय में " मिलेट सुपर फूड ऑफ इंडिया" पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
अभनपुर (khabargali) शासकीय काव्यॊपाध्याय हीरालाल महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन संपन्न हुआ । महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी में विभिन्न विशेषज्ञों के द्वारा" मिलेट सुपर फूड ऑफ इंडिया" विषय पर बहुमूल्य विचार व्यक्त किए गए । प्रथम सत्र का प्रारंभ पद्मश्री पुरस्कृत कृषि रत्न मिलेट मैन ऑफ इंडिया डॉक्टर खादर वाली के द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम के अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर पी आर साहू एवं विशेष अतिथि के रूप में डॉक्टर एस. एस. खनूजा एवं डॉक्टर जी ए घनश्याम उपस्थित थे ।
डॉक्टर खादर मुख्य वक्ता थे उन्होंने बताया कि मिलेट्स को अपने आहार में शामिल करके कैसे गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है, उन्होंने मिलेट्स को अभूतपूर्वक एवं प्रकृति का दिव्य वरदान बताया। दवाइयां पर होने वाले खर्च महंगे अस्पताल का बिल मानसिक रूप से लोगों को अब तोड़ रहा है ,उन्होंने इसे श्रीधन बताया और जन जागरण किया कि जितनी जल्दी हो सके मिनिट्स को आप अपने आहार में शामिल कर गंभीर बीमारियों से बचॆ। डॉक्टर एस एस खनूजा एवं डॉक्टर घनश्याम अयेंगेर ने मिलॆट की महत्वता पर प्रकाश डाला। जलफल जी व खादर वली जी ने किसानों को अपने हाथों से बीज आवंटित कर किसानों को मिलेट उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया ।
अयेंगेर जी ने कहा जब जागो तभी सवेरा, इसी तर्ज पर सबको मिलेट को आहार में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया और वैल्यू एडेड कोर्स में महाविद्यालय को इसे संचालित करने की सलाह दी कार्यक्रम का संचालन संगोष्ठी के संयोजक डॉक्टर कीर्ति श्रीवास के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर मोना चौहान समन्वयक के द्वारा किया गया ।
दूसरे सत्र में विषय विशेषज्ञ मुख्य वक्ता डॉ गजेंद्र चंद्राकर सीनियर साइंटिस्ट प्रोफेसर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय एवं डॉ बी एस छाबड़ा, डॉक्टर तपेश गुप्ता डॉक्टर, मधुलिका अग्रवाल एवं श्री अनिल तिवारी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि धनेंद्र साहू विधायक,अभनपुर के द्वारा हुआ एवं उन्होंने अपने उद्बोधन में मिलेट योजना पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जाने वाले विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला ।
मुख्य वक्ता प्रोफेसर गजेंद्र चंद्राकर ने कहा भारतीय संस्कृति कृषि संस्कृति है ,और हर हाल में हमें मोटे अनाज का संरक्षण, संवर्धन एवं उत्पादन को बढ़ाना है।उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शपथ दिलवाई की अपने हर में काम से कम किसी न किसी रूप में मिलेट्स का समावेश करें अन्य विशेषज्ञ अनिल तिवारी जी ,डॉक्टर तपेश गुप्ता , डॉक्टर मधुलिका अग्रवाल ने भी मिलेट्स के बाजार उत्पादन एवं सरकारी नीतियों पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का समापन महात्मा गांधी वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय आर एस कुरील के द्वारा हुआ साथ ही स्टेट नोडल ऑफिसर पंकज पाठक विशेष अतिथि के रूप में रहे।
पंकज जी ने सभी युवाओं को स्टार्टअप के लिए और शोध के लिए प्रेरित किया। कुलपति महोदय ने सभी आए हुए प्रतिभागियों को मिलेट्स के प्रभाव बताया एवं कहा कि छत्तीसगढ़ में तेजी से मिलेट्स हब बनने जा रहा है साथ ही उन्होंने बताया कि एक आदर्श जीवन जी कर ही हम एक अच्छे विद्यार्थी और एक अच्छे मनुष्य बन सकते हैं । और उसके लिए आहार का स्वस्थ होना और सही आहार का लेना बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम में संस्था के प्राचार्य डॉक्टर पी आर साहू ने सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजिका डॉक्टर कीर्ति श्रीवास एवं डॉक्टर स्वाति साहू के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न शोधार्थियों के द्वारा पेपर का प्रस्तुतीकरण किया गया जो कि ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में भी था ,साथ ही विभिन्न महाविद्यालय के प्राध्यापकों के द्वारा भी प्रस्तुतीकरण किया गया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एंटरप्रेन्योर स्टार्टअप करने वाले एवं किसान और महाविद्यालय के प्राध्यापकों के साथ-साथ अन्य महाविद्यालय के प्राध्यापक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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