रायपुर (khabargali) निजी स्कूलों के द्वारा पूरी ट्यूशन फीस वसूली के विरोध में प्रदेश के विभिन्न शहरों से पहुंचे पालकों ने आज यहां अपने बच्चों के साथ कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए उन्होंने मांग की है कि सभी निजी स्कूलों में बच्चों की ट्यूशन फीस सिर्फ 30 फीसदी लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि विरोध के बाद भी पूरी फीस वसूली पर वे सभी फिर से एकजुट होकर रणनीति बनाने के लिए बाध्य होंगे। छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ के बैनर पर रायपुर, भिलाई-दुर्ग व आसपास के दर्जनों पालक आज सुबह कलेक्टोरेट गार्डन में एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी एक रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचे। बच्चों के साथ बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे इन पालकों ने यहां कलेक्टोरेट के सामने निजी स्कूलों की मनमानी और पूरी फीस वसूली को लेकर लगातार दबाव बनाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि कोरोना काल में उन्हें अपना कारोबार बंद रहने से भारी नुकसान हुआ, लेकिन उन सभी ने सरकार से कोई मुआवजे की मांग नहीं की। कोई विरोध भी नहीं किया। जबकि निजी स्कूल हाईकोर्ट आदेश की आड़ में फीस वसूली के लिए लगातार दबाव बनाने में लगे हैं।
छात्र-पालक संघ अध्यक्ष नजरूल खान, इंदरजीत सिंह व प्रशांत इलमकार समेत पालकों का कहना है कि फीस वसूली की शिकायत जिला प्रशासन में कई बार की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में वे सभी एकजुट होकर कलेक्टोरेट पहुंचे हैं। उनकी मांग है कि निजी स्कूलों में लॉकडाउन अवधि की फीस वसूली ना करने, ट्यूशन फीस सिर्फ 30 फीसदी लेने, निजी प्रकाशन की जगह एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू करने, स्कूल ड्रेस मोनो की बाध्यता को समाप्त करने, स्कूल बस की दर दूरी के हिसाब से तय करने आदि शामिल हैं।
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