‘सुर साधना’ म्यूजिक सदाबहार नगमों की यादगार प्रस्तुतियों से बंधा समां

Sur Sadhana Musical Group Group, Suhana Safar - 2021, Sahil Pathak, Raipur, Khabargali

सुर-साधना की नववर्ष पर प्रस्तुति ‘सुहाना सफर- 2021’

रायपुर (khabargali)‘सुर साधना’ म्यूजिकल ग्रुप ग्रुप द्वारा नये साल के स्वागत में स्टेज प्रोग्राम और फेसबुक पेज पर गत शनिवार की शाम 6 बजे से ‘सुहाना सफर- 2021’ शीर्षक से बॉलीवुड और छत्तीसगढ़ी गीतों. ‘सुर साधना’ म्यूजिकल ग्रुप के संचालक साहिल पाठक ने बताया कि संस्था की प्रमुख सलाहकार मनीषा लोगानी नटाल, संरक्षक मनोज शुक्ला, कैलाश छाबड़ा, कृष्णकुमार ब्राह्मणकार की मौजूदगी में साहिल पाठक, रूद्र कुमार पाठक, अनुराग ठाकुर साहिल पाठक, तुशिका पाठक, महेंद्र साहू, शैलेन्द्र सिकरवार, वीरेन्द्र राई, पिंकी साहू नीरज पाण्डेय, पंकज राठौर, गोल्डन साहू, विक्रम राणा, कविता वाटे, नीलेश बाघ, मो. शकील भाई बॉलीवुड के नये-पुराने गीतों की प्रस्तुति की यादगार प्रस्तुति दी. दुकालु यादव के जसगीत ने बांधा समां इस मौके पर छत्तीसगढ़ के भजन सम्राट दुकालु यादव ने जसगीत गाकर ग्रुप के कलाकारों का हौसला बढ़ाया. संस्था की ओर से उनका सम्मान शाल- श्री फल देकर किया गया. पश्चात साहिल पाठक की माता श्रीमती कुमारी पाठक का सम्मान संस्था के संरक्षक मनोज शुक्ला, कैलाश छाबड़ा द्वारा शाल ओढ़ा श्रीफल कर किया.

इन गीतों की दी प्रस्तुति

कार्यक्रम में कोई जब राह न पाये..., प्यार दीवाना होता है.....आंखों से तूने ये.... दिल दीवाना बिन सजना.., हो आज मौसम बड़ा बेईमान...तुमने किसी की जान को जाते .... कल चमन था, आज इक ...., इक ना इक दिन ये कहानी....,साथिया ये तूने.., तू हिरे...., चाहूंगा मैं तुझे, सांझ सवेरे.... परदा है परदा है...., आजा न गोरी अब झन तरसा..,पुकारता चला हू मैं....,मेरे महबूब कयामत होगी....,सोचेंगे तुम्हे प्यार करें के नहीं...., ये जीवन है, इस जीवन का...., धीरे धीरे आप मेरे.., जियें तो जियें कैसे..तू ू मुझे कबूल,मैं तुझे....,तेरे चेहरे से तेरे चेहरे से....,सुन री पवन, पवन पुरवईया....,हम दोनों दो प्रेमी ..,ये रातें, नई पुरानी ....ये समा समा है ये..,गली में आज चाँद निकला..मैं शायर तो नहीं...., छम छम बोल... (छत्तीसगढ़ी),तौबा ये मतवाली....,आवारा हूँ....जाने कहाँ गये वो दिन....,तुम्हे जिन्दगी के उजाले..,वफा जिनसे की बेवफा... आदि.