टेंशन दूर करने के लिए लोगों ने मनाया अप्रैल फूल

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दंपतियों ने मजाकिया अंदाज में एक दूसरे को दिया खुशियों का गिफ्ट

रायपुर (khabargali) यूं तो जिंदगी में बहुत गम है। जिंदगी में पल पल कदम पर परेशानियां क्या कम है। लेकिन ये गम और परेशानियां जिंदगी का एक हिस्सा हैं। इसे भी स्वीकार करते हुए तनाव के बीच खुशियों और मजाक के पल ढूंढ कर जिंदगी जीने का मजा ही कुछ अलग है। मोबाइल और इंटरनेट के जमाने में व्यस्त जिंदगी के बीच लोग हंसना भूल गए हैं। हालात यह है कि लोगों को हंसी सीखाने के लिए लाफ्टर क्लब का गठन करना पड़ गया है। इंसान जितना ज्यादा टेक्नोलॉजी पर डिपेंड होता जा रहा है। हंसी और मजाक उसकी जिंदगी से उतना ही पीछे छूटता चला जा रहा। ऐसी टेंशन फुल लाइफ में इंसान को जरूरत होती है बहाने की और वह बहाना हर साल 1 अप्रैल को मिलता है एक दूसरे को हल्का फुल के ढंग से बेवकूफ बनाने के अवसर के रूप में। रायपुरियन्स ने अंग्रेजों के बताए अप्रैल फूल को मनाने में कोई कसर शेष नहीं रखी। जिन लोगों को अप्रैल फूल के बारे में पता है उन्होंने सुबह से ही अपने मित्र चित परिचित नाते रिश्तेदार लोगों को अपने ढंग से बेवकूफ बनाना शुरू कर दिया। लोग एक दूसरे को बेवकूफ बनाकर अप्रैल फूल का मजा लेते रहे। पति और पत्नी के बीच अप्रैल फूल खास रूप से सेलिब्रेट किया गया।

कार्टून वॉच के संपादक और कार्टूनिस्ट त्र्यम्बक शर्मा ने ख़बरगली को बताया कि आज हम पटना के होटल में ठहरे हुए थे। पत्नी और बिटिया अलग कमरे में थे और हम अलग. मैं कभी चाय नहीं बनाता इसलिए मैंने आज सुबह पत्नी आरती को बुलाया कि आओ चाय पीने चलते हैं। मैंने होटल में दी गई केतली में पानी गर्म कर दो कप काली चाय बना कर उसे सरप्राइज देकर अप्रैल फूल बनाया। यह देखकर पहले वह डरी कि कहीं मैं अप्रैल फूल बना कर उसे कुछ दवाई तो नहीं पिला रहा हूँ। डरते -डरते उसने चाय पी और बोली अच्छी है, थोड़ी शक्कर कम है। इस तरह उन्होंने सकारात्मक अप्रैल फूल मनाया।

वहीँ शिक्षाविद संस्कार श्रीवास्तव ने ख़बरगली को बताया कि उन्होंने अपना अप्रैल फूल आज से 30 साल पहले कालेज लाइफ को याद करते हुए मनाया। दूसरे सामान्य दिनों से अलग हटकर जब उन्होंने अपनी अर्धांगिनी को फिल्म दिखाने और आइसक्रीम खिलाने मार्केट ले जाने का प्रस्ताव रखा तो अर्धांगिनी सारिका श्रीवास्तव ने मजाकिया अंदाज में पूछा कि आज क्या सूरज पश्चिम से निकल रहा है। क्या एक पति द्वारा पत्नी को द्वारा पत्नी को अप्रैल फूल बनाया जा रहा है। बाद में दोनों पति पत्नी अप्रैल फूल बनाने के लिए फिल्म देखने और आइसक्रीम खाते हुए घूमने निकल गए।

इसी तरह से शौकीन दंपतियों ने फर्स्ट्रेशन भरी लाइफ से अलग हटकर टेंशन फ्री फिकर नॉट अंदाज में अप्रैल फूल बनाकर अपने दैनिक दांपत्य जीवन को खुशियों से भर दिया। अप्रैल फूल का मौका देख पतियों ने अपनी चिर स्थापित छवि से विपरीत जाते हुए अपनी पत्नियों को हैरत में डाल दिया। यह साबित कर दिया अप्रैल फूल जैसे हास्य दिवस को पॉजिटिव रूप में लिए जाने से डेली लाइफ की तमाम पेचीदगियों को हंसते खेलते गाते हुए निराकरण किया जा सकता है।