Dr. Anil Jain Secretary

रायपुर (khabargali) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वरिष्ठ चिकित्सकों ने कहा है कि, पिछले वर्ष लॉकडाउन के बाद जब बाजार फिर से खुले, तब भारी भीड़ ने सारे सामाजिक गाइडलाइन पालन के सकारात्मक नतीजों पर पानी फेर दिया था । लॉकडाउन में दैनिक वेतन भोगी मजदूर और निम्न आय वर्ग के लोगों को परिवार के भरण-पोषण के लाले पड़ जाते हैं , यही नहीं दैनिक जरूरतों के सामान के लिए आंशिक रूप से बाजार खुलने पर भारी भीड़ इकट्ठा होती है और लॉकडाउन के नतीजे प्रभावित हो जाते हैं । आपात सेवाएं बाधित हो जाती हैं और प्रशासन का ध्यान कानून-व्यवस्था संभालने की ओर ज्यादा रहता है । पूरी संजीदगी और