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ख़बरगली @ सहित्य डेस्क

समाचार पत्र में कार्टून के महत्व को खूब समझते थे नैय्यर जी: सागर कुमार

श्री रमेश नैय्यर जी का जाना पत्रकारिता में बौद्धिक निर्वात उत्पन्न करेगा , मैं ऐसा मानता हूँ। बड़ी क्षति है। वो पत्रकारिता जगत के ध्रुव तारे हैं। उनकी स्थायी चमक कई युवाओं को दिशानिर्देशित करेगी । शायद 1996 की बात है जब नैय्यर जी भास्कर में संपादक हुआ करते थे और फ्रंट पेज प्रफुल्ल झा जी देखा करते थे। कार्टून की ताकत तो कहना गलत होगा , मगर नैय्यर जी समाचार पत्र में कार्टून के महत्व को खूब समझते थे। उन्होंने मेरा पहला कार्टून फ्रंट पेज पर ठीक मास्टहेड के नीचे तीन कॉलम में छापा था। इ