सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली (खबरगली) ‘कानून अंधा होता है’ ये जुमला फिल्मों और असल जिंदगी में सभी ने सुना होगा। इसकी भावना यही है कि कानून बिना पक्षपात सूबतों की रोशनी में न्याय देता है। लेकिन अब कानून देख सकता है। सुप्रीम कोर्ट की लाइब्रेरी में लगी न्याय की देवी की प्रतिमा की आंखों से पहली बार पट्टी हटाई गई है और हाथ में संविधान की किताब है। पहले यहां न्याय की देवी के एक हाथ में तराजू तो दूसरे हाथ में तलवार थी, आंखों पर पट्टी बंधी थी। अदालतों में दिखने वाली मूर्ति को लेडी जस्टिस मूर्ति कहा जाता है। इस मूर्ति को मिस्र की देवी मात और ग्रीक देवी थेमिस के नाम से