नई दिल्ली (खबरगली) दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर 2025 को हुए भीषण धमाके की जांच में महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। एक नए CCTV फुटेज में पहली बार आतंकी डॉक्टर उमर का चेहरा स्पष्ट रूप से कैद हुआ है। यह वीडियो फरीदाबाद की एक मोबाइल शॉप का है, जहां फरार उमर दो मोबाइल फोन के साथ नजर आया। फुटेज में वह बैग से एक फोन निकालकर दुकानदार को चार्जिंग के लिए देता दिखा, जबकि दूसरा फोन उसकी गोद में रखा था। उसकी बॉडी लैंग्वेज से साफ जाहिर होता है कि वह बेहद तनावग्रस्त और घबराया हुआ था। जांचकर्ताओं के अनुसार, यह फुटेज ब्लास्ट से ठीक पहले का है। बता दें, इस सुसाइड हमले में उमर के शरीर के चिथड़े उड़ गए थे, और DNA टेस्ट में उसकी मां के सैंपल से मैच होने के बाद उसकी मौत की पुष्टि हुई।
कट्टर सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़ा था उमर, एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर प्लानिंग
पहले मेधावी डॉक्टर के रूप में जाना जाने वाला उमर पिछले दो सालों में कट्टरपंथ की ओर तेजी से झुक गया था। जांच में पता चला कि वह कई कट्टर विचारधारा वाले सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़ा था। खासतौर पर, वह डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन के साथ थ्रीमा (स्विट्जरलैंड-आधारित एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म) पर हमले की योजना बनाता था। संवेदनशील हिस्सों के लिए उमर ने खुद एक प्राइवेट सिग्नल ग्रुप भी बनाया था। ये खुलासे एनआईए (NIA) की जांच से सामने आए हैं, जो अब मामले को पूरी तरह संभाल रही है।
दिल्ली पहुंचने से पहले फोन गायब किए, Hyundai i20 को खुद चला रहा था
धमाके वाली जगह से बरामद शव के पास कोई मोबाइल फोन नहीं मिला, जो दर्शाता है कि दिल्ली पहुंचने से पहले उमर ने दोनों डिवाइस नष्ट या फेंक दिए थे। अधिकारियों ने पुष्टि की कि सोमवार को लाल किले के पास फटे Hyundai i20 कार को वही चला रहा था। इस विस्फोट में 13 लोग मारे गए, जबकि 20 से अधिक घायल हुए। वाहन का मलबा और फोरेंसिक जांच से IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल साफ हो गया।
मुजम्मिल-शाहीन से संपर्क, फरीदाबाद मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक जब्त
जांच एजेंसियों के अनुसार, डॉ. उमर जम्मू-कश्मीर के डॉ. मुजम्मिल गनई (पुलवामा) और डॉ. शाहीन (काजीगुंड) के संपर्क में था। इन दोनों को फरीदाबाद मॉड्यूल भंडाफोड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था, जहां से 2,900 किलो विस्फोटक बरामद हुए। यह मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़ा था। धमाके के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रातभर छापेमारी कर 6 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें उमर के तीन परिजन भी शामिल हैं। DNA मैचिंग से पहचान पक्की हुई। कुल मिलाकर, 9 संदिग्धों को कानपुर समेत अन्य जगहों से हिरासत में लिया गया है।
26 लाख रुपये से खरीदी NPK खाद, 8 आरोपी चार शहरों में धमाकों की तैयारी में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ग्रुप ने 26 लाख रुपये जुटाए थे, जिनका जिम्मा उमर को सौंपा गया। इसी पैसे से गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से 26 क्विंटल NPK खाद खरीदी गई, जिसे अन्य रसायनों के साथ मिलाकर IED बनाए गए। करीब 8 आरोपी चार शहरों में एक साथ धमाके करने के लिए जोड़ी बनाकर तैनात होने की कगार पर थे। जांच में “व्हाइट-कॉलर” टेरर नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ, जिसमें डॉक्टरों का ग्रुप एन्क्रिप्टेड मैसेज, ड्राफ्ट ईमेल और प्राइवेट सर्वर से संपर्क करता था। डायरी से 25-30 नाम और कोडेड एंट्रीज बरामद हुईं। एजेंसियां अब पूरे नेटवर्क को खंगाल रही हैं, और बड़े खुलासों की उम्मीद है।
पुलवामा में उमर के घर को IED से उड़ाया, सख्त कार्रवाई का संदेश
दिल्ली ब्लास्ट केस में बड़ा एक्शन लेते हुए सेना ने पुलवामा के सांबूरा में आतंकी डॉ. उमर के घर को IED से उड़ा दिया। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है, और इसे पूरी तरह नियंत्रित तरीके से अंजाम दिया गया। केंद्र सरकार ने इसे औपचारिक रूप से “टेररिस्ट इंसिडेंट” घोषित कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने घायलों से LNJP अस्पताल में मुलाकात की और दोषियों को कड़ी सजा का वादा किया। मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये मुआवजा और घायलों के लिए अतिरिक्त सहायता की घोषणा की गई।
सुरक्षा बढ़ी, मेट्रो स्टेशन बंद
धमाके के बाद दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लाल किला मेट्रो स्टेशन सुरक्षा कारणों से बंद है, और आसपास के बाजारों में सन्नाटा पसर गया है। फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में ऑडिट शुरू हो गया है, जहां उमर पढ़ा रहा था। जांच में और गहराई से खोज जारी है।
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