कवासी लखमा ने गोंडरा गांव को कैसिनो बना रखा है, जहां सीमावर्ती राज्य के आते हैं जुआरी- चंद्राकर

Kawasi Lakhma has turned Gondra village into a casino, where gamblers from the neighbouring states come, BJP's Bastar, Congress, Mahasamund Lok Sabha cluster in-charge and former minister Ajay Chandakar attacked Congress and Kawasi Lakhma, Chhattisgarh, Khabargali

लखमा ने बस्तर के आदिवासियों का किया अपमान, छत्तीसगढ़ को नशे में डूबोया

जगदलपुर (khabargali) भाजपा के बस्तर, कांग्रेस, महासमुन्द लोकसभा क्लस्टर प्रभारी व पूर्व मंत्री अजय चंदाकर ने कांग्रेस और कवासी लखमा पर हमला करते हुए भाजपा जिला कार्यालय में आहुत पत्रकारवार्ता में अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस की नीति शुरू से ही धनबल का इस्तेमाल कर वोट को प्रभावित करने की रही है, कवासी लखमा ने उसी नीति का अनुसरण करते हुए पैसे बांटकर वोट खरीदने का प्रयास किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कवासी लखमा की शह पर कोंटा विधानसभा के गोंडरा गांव जुए का अड्डा बन गया है, जहां सीमावर्ती राज्य के जुआरी भी आते हैं। कवासी लखमा ने इस गांव को कैसिनो बना रखा है।

चंद्राकर ने कहा कि कवासी लखमा लोकसभा का चुनाव केवल इसलिये लड़ रहे हैं ताकि वह अपने बेटे को राजनीति में स्थापित कर सकें। उनको बस्तर के विकास से कोई लेना देना नहीं है, कवासी लखमा ने पांच साल में बस्तर के लिये कुछ नहीं किया। कोरोना महामारी जैसे भीषण काल में शराब की होम डिलीवरी तक करवायी और छत्तीसगढ़ को नशे में डूबा दिया। उन्होनेे कहा कि कवासी लखमा ने बस्तर जैसे क्षेत्र में आदिवासियों को अपमानित करने का कार्य किया है। उन्होंने दंतेवाड़ा की होली का उदाहरण देते हुए कहा कि दंतेवाड़ा जैसी होली देश में कहीं नहीं होती, यहां तक कि ब्रज में भी दंतेवाड़ा जैसी अनोखी होली नहीं खेली जाती और कवासी लखमा ने यहां धर्मांतरण को बढ़ावा देकर आदिवासी संस्कृति पर हमला कर उसे नष्ट करने का प्रयास किया हैं।

उन्होंने कहा कि कवासी लखमा और मलकीत सिंह गैदु झीरम कांड के प्रत्यक्षदर्शी हैं, उन्हें स्वयं सामने आकर झीरम कांड का खुलासा करना चाहिए। कांग्रेस और भूपेश बघेल ने झीरम कांड को राजनीतिक मुद्दा बनाया जबकि झीरम कांड भाजपा के लिए एक हृदय विदारक घटना है, जिसकी वह कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने झीरम कांड पर कांग्रेस की हर मांग को स्वीकार करते हुए कांग्रेस की मंशा अनुसार जांच करवाई जबकि भूपेश बघेल ने अपने शासन में एक भी जांच न करवाकर केवल राजनीति की है।