मुख्यमंत्री के एलान के बाद मां भावुक, आंखों में खुशी के आंसू लिए बोली- भगवान हैं आप
बिलासपुर (khabaragali) अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसलटेंट डा. सुनील कुमार ने बुधवार को राहुल का हेल्थ बुलेटिन जारी किया। डा. कुमार ने बताया कि राहुल की स्थिति को लेकर डरने की कोई बात नहीं है। राहुल के शरीर में कई जगह इंफेक्शन हो गया है। बोरवेल में लंबे समय तक शरीर के पानी में डुबे रहने से स्किन गली और मुलायम हो गई। इसके वजह से कई प्रकार के संक्रामक हमला राहुल के स्किन में हुआ है। इसका बारीकी से इलाज किया जा रहा है। एक बात यह भी है कि ब्लड इंफेक्शन की समस्या से राहुल को जूझना पड़ रहा है। उसकी कई रिपोर्ट अभी आई नहीं है। डाक्टरों के छह सदस्यीय टीम राहुल का उपचार कर रही है। इससे धीरे-धीरे उसकी हालत में सुधार आ रहा है। डाक्टरों के मुताबिक कम से कम एक सप्ताह तक उसे निगरानी में रखते हुए इलाज करना होगा।
मुख्यमंत्री से राहुल की माँ बोलीं- आपकी टीम ने पत्थरों को चीरकर मेरे बेटे को दिया नया जीवन..
आज दिल्ली से लौटते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल को देखने सीधे जब बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल पहुँचे तो भावनाओं का समंदर उमड़ पड़ा । जनप्रतिनिधि, अधिकारी, डॉक्टर, स्टाफ, हर किसी की आंखें नम हो गयीं। वजह, मुख्यमंत्री को देखकर राहुल की माँ गीता के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे ।
गीता ने मुख्यमंत्री से कहा आप हमारे लिये भगवान समान हैं । आपकी टीम ने पत्थरों को चीरकर मेरे बेटे की जान बचायी है । किसी ने ना भूख देखी ना प्यास और ना ही एक पल के लिए कोई सोया । जब तक राहुल बाहर नहीं आ गया सभी लोग ऐसे लगे रहे जैसे उनका बेटा फंसा हो । आप सब को, आपके बच्चों को हमारा परिवार जीवन भर दुआएं देगा । मुख्यमंत्री करीब 5 मिनट तक आईसीयू में रुके और मां की बातें ध्यान से सुनते रहे । पूरे समय गीता के आंसू नहीं रुके और हाथ जोड़े खड़ी रहीं ।
मुख्यमंत्री ने राहुल की मां के सर पर स्नेह पूर्वक हाथ रखकर सांत्वना दी और कहा कि ये हमारा फर्ज था । हमारे लिए एक एक नागरिक जान अनमोल है । श्री बघेल ने राहुल से भी बात की और हालचाल जाना । मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में पूरी रेस्क्यू टीम ने असाधारण काम किया है । लेकिन ये हमारा फर्ज था ।
श्री बघेल ने कहा कि राहुल की पढ़ाई की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी , आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है । मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स को राहुल का बेहतर और समुचित इलाज करने के निर्देश भी दिये ।
माँ बार-बार बेटे का माथा चूम रही है
अस्पताल के आईसीयू में राहुल की माँ गीता साहू। माँ बार-बार बेटे का माथा चूम रही है..मेरा लाल..मेरा लाल कहकर सर में हाथ फेर रही है , दुलार रही है। एक -एक जख्मों को देख रही है मानो आज ही वो सारे जख्मों को भर देना चाहती हो। राहुल सुन नहीं सकता, पर माँ के हाथों में वो जादू है जिससे सिर्फ महसूस भर किया जा सकता है, सुनने की जरूरत ही कहाँ है। राहुल बोल भी नहीं सकता, एकटक माँ को ही देख रहा, माँ उसे निहार रही है फिर शब्दों की किसे जरूरत है। राहुल और उसकी माँ का प्यार देखकर तो लगा जैसे दोनों को पूरी दुनिया मिल गयी हो।
अस्पताल में राहुल की माँ गीता साहू से जो भी मिलने आ रहा है वो दोनों हाथों को कृतज्ञता से जोड़ ले रहीं हैं। गीता ने पांच दिन से कुछ नहीं खाया है और ना ही सोयी हैं। वे कहती हैं कि भगवान कैसे होते हैं, बीते पांच दिनों में देखा है। मेरा तो बेटा है राहुल पर बाकी लोग उसे बचाने के लिये दिन-रात ,भूखे-प्यासे, बिना सोये लगे रहे। ये सब मेरे लिये साक्षात भगवान हैं। मैं तो सिर्फ पैदा की हूं राहुल को लेकिन सब ने मिलकर उसे नया जन्म दिया है। देश भर से करोड़ों लोगों की दुआओं ने असर किया है और आज मेरा बेटा मेरे सामने है।
मां ही पहुँची थी बोरवेल पर पहले
दरअसल गीता ने ही सबसे पहले खोजते हुए राहुल को बोरवेल में पाया था। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को राहुल घर के बाहर खेल रहा था। जब बहुत देर तक नहीं आया तो चिंता हुई। मैं खोजने निकली तो बोरवेल के पास से राहुल के रोने की आवाज आयी। मैं करीब गयी और कान लगाकर सुना तो राहुल ही रो रहा था। इसके बाद हमने प्रशासन को सूचना दी तो बिना देर किये सभी लोग आ गये और बचाव कार्य शुरू कर दिए।
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