लखनऊ में लखीमपुर खीरी को लेकर यह घटनाक्रम रहा
सीतापुर / लखनऊ (khabargali) आज लखनऊ में राजनीतिक सियासत में काफी गरमा -गरमी रही पहले उत्तरप्रदेश सरकार ने पहले लखीमपुर खीरी जाने की कांग्रेस नेताओं को अनुमति दी फिर एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर रोकते रहे। नाराज होकर राहुल गांधी ,भूपेश बघेल और चन्नी एयरपोर्ट में धरने पर बैठ गए। काफी मशक्कत के बाद आखिर प्रशासन ने राहुल-प्रियंका के काफिले में 17 गाडिय़ों को मंजूरी दे दी। फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्रियंका के साथ लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव के लिए एक साथ रवाना हुए। इससे पहले राहुल लखनऊ से निकलने के बाद सीधे सीतापुर गेस्ट हाउस पहुंचकर प्रियंका गांधी से मिले। वे यहां करीब आधे घंटे रुके। इसके बाद दोनों भाई-बहन किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए निकल गए। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी दोनों के साथ लखीमपुर निकले। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल और अजय कुमार लल्लू किसान पीडि़त परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर गए हैं ।
जब राहुल,भूपेश,चन्नी एयरपोर्ट में धरने पर बैठे
उत्तरप्रदेश सरकार ने कांग्रेस नेताओं को अनुमति दी फिर एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर रोक लगाई इसलिए कि ये नेता अपनी निजी वाहन से जाने की जिद पर अड़े हुए थे जबकि प्रशासन का कहना थकि शासकीय वाहन में इन्हे जाना होगा। एयरपोर्ट में श्री राहुल गांधी,श्री के सी वेणुगोपाल,मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल,मुख्यमंत्री पंजाब श्री चरणजीत सिंह चन्नी धरने पर बैठ गए हैं जिससे एक बार फिर माहौल तनातनी का बन गया । राहुल गांधी ने अफसरों को दो टूक कह दिया है वे सरकारी गाड़ीं में तो जायेंगे नहीं।
छग व पंजाब सरकार पीडि़त परिवार को देगी 50-50 लाख
इससे पहले लखनऊ में छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने संयुक्त रूप से कहा कि दोनों ही सरकार पीडि़त किसान परिवार व पत्रकार के परिजनों को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करेगी।
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