कांग्रेस पार्टी ने अमित- ऋचा को लेकर हुए फैसले को विधि सम्मत मान स्वागत किया
रमन सिंह ने इसे षड़यंत्र करार दिया, कहा- सरकार डरी हुई है
पेण्ड्रा (khabargali) मरवाही उपचुनाव में अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन जाति प्रमाण पत्र की वजह से खारिज कर दिए जाने के बाद अब उनकी पार्टी जनता कांग्रेस (जेसीसी-जे ) भी मैदान से बाहर हो गई है. पार्टी के दो संभावित प्रत्याशियों पुष्पेश्वरी तंवर या मूलचंद सिंह के साथ एनसीपी प्रत्याशी गुलाब सिंह और स्वाभिमान पार्टी के ओमकरण पोर्ते का नामांकन जिला निर्वाचन अधिकारी ने विधि मान्य नहीं होने की वजह से खारिज कर दिया गया है. छ्तीसगढ़ गठन के बाद ऐसा पहली बार होगा जब यहां से जोगी परिवार के अलावा कोई विधायक चुनकर आएगा. अब इस सीट से कांग्रेस और भाजपा के बीच है सीधा मुकाबला होना है.
19 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किए थे
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मरवाही उपचुनाव के लिए 19 अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए थे, जिसमें आम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया से पुष्पा कोर्चे, इंडियन नेशनल कांग्रेस से श्री कृष्ण कुमार ध्रुव,गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से रितू पंद्राम, निर्दलीय सोनमती सलाम, भारतीय जनता पार्टी से डॉ. गंभीर सिंह, निर्दलीय प्रताप सिंह भानू, निर्दलीय अर्पण सिंह पैंकरा, राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी से उर्मिला मार्को, भारतीय ट्रायबल पार्टी से वीरसिंह नागेश, भारतीय टॉयबल पार्टी से शिवप्रसाद भानू, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से अमित ऐश्वर्य जोगी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से ऋचा जोगी, भारतीय सर्वजन हितेय समाज पार्टी से लक्ष्मण पोर्ते, निर्दलीय कल्याण सिंह करसायल, स्वाभिमान पार्टी से ओमकरण पोर्ते, राष्ट्रवादी कांग्रेस प्राटी से गुलाब सिंह शामिल थे. इनमें से 6 प्रत्याशियों के नामांकन स्क्रूटनी के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त कर दिए.
कांग्रेस पार्टी ने फैसले का स्वागत किया
इधर छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा है कि छानबीन समिति के फैसले का कांग्रेस स्वागत करती है. जोगी दंपत्ति के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करना और मरवाही उपचुनाव की दावेदारी को रद्द करने का कार्य छानबीन समिति एवं चुनाव आयोग के द्वारा किया गया है जो की विधि सम्मत और संविधान के अंतर्गत किया गया है. तिवारी ने कहा कि अपनी बी टीम के प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी खत्म होने से भारतीय जनता पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह गहरे सदमे में है और भाजपा अब तक यह नहीं तय कर पाई है कि मरवाही उपचुनाव में भाजपा का प्रमुख चेहरा कौन होगा? किन मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ेगी और हार का ठीकरा किसके सिर पर मढ़ेगी? कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे पर और कांग्रेस सरकार के कार्यों के आधार पर चुनाव लड़ेगी.
रमन सिंह ने इसे षड़यंत्र करार दिया, कहा- सरकार डरी हुई है
जोगी परिवार के चुनाव से बाहर होने को भाजपा ने षड़यंत्र करार दिया. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि सरकार घबराई हुई है, चुनाव लड़ना नहीं चाहते. जाति प्रमाण निरस्त कर नामांकन रद्द कराने एक षड़यंत्र है. लोकतंत्र में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है. लेकिन सरकार प्रत्यशियों को चुनाव लड़ने नहीं देना चाहती. मरवाही में 6 मंत्रियों और 50 विधायकों की तैनाती ये बताता है कि सरकार डरी हुई है. इस तरह के फैसलों से लगता है कि मरवाही से कांग्रेस की जमीन खिसक गई है.
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