फीचर डेस्क

फीचर(khabargali)। "तुम बहुत चुप रहती हो, ऐसा ही हाल रहा, तो तुम आगे कुछ नहीं कर पाओगी" ये बात लावे की तरह, उसके दिल की कोमल बगिया से होते हुए आंखों से बहने लगी और उसने ये बात गांठ बांध ली कि- मैं ज़िन्दगी में वो काम कर जाऊंगी, जिसकी बदौलत गांव के लोग मुझे "भैंसमुण्डी का दीया कहेंगे।"