पश्चिम बंगाल(khabargali)। बंगाली रसगुल्लों की चाशनी एक बार कपड़ों पर गिर जाए तो बहुत मुश्किल से छूटती है। बंगाली मानस ने एक बार फिर यही साबित किया है। रुझानों से ही साफ हो गया है कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में खेला कर दिया है। हालांकि, नंदीग्राम में शुरुआती तौर पर ममता का पिछडऩा खीर में नमक जैसा है। बंगाल ने 1950 से लगातार 17 सालों तक कांग्रेस को सत्ता सौंपी, लेकिन जब राज्य को सियासी उठापटक का सामना करना पड़ा तो 1977 में उसने वामदलों को चुन लिया। इसके बाद बंगाल ने लेफ्ट को एक या दो नहीं, पूरे सात विधानसभा चुनाव जिताए। लेफ्ट ने ज्योति दा की अ
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